West Bengal Women Video: बंगाल में पंचायत चुनाव में मतदान के दौरान महिला को निर्वस्त्र कर इलाके में घुमाने की बात सामने आई है। घटना के बाद भाजपा ने ममता सरकार पर जमकर हमला बोला है। भाजपा का कहना है ममता मणिपुर पर आवाज तो था रहीं है लेकिन बंगाल में हुए इस घटना का जिक्र भी नहीं कर रही। प्रेस कॉन्फ्रेंस के वक्त घटना का जिक्र करते ही भाजपा एमपी लॉकेट चटर्जी रोने लगीं।
Bengal Horrific Incident: बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान क्या हुआ इसे सोशल मिडिया के माध्यम से समूचे देश ने देखा। विपक्षी पार्टी के नेताओं को मारा-पिटा गया, बूथ लुटे गए, बमबाजी हुई, इसके अलावा एक ऐसी घटना भी भी जिसे जानने के बाद आपके होश जाएंगे। यहां मतदान के दिन एक महिला प्रत्याशी को निर्वस्त्र करके के घुमाया गया। पीड़ित महिला प्रत्याशी का आरोप है कि पंचायत चुनाव के दिन TMC के गुंडों ने उसे निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया। उनके साथ बदसलूकी की, उन्हें प्रताड़ित किया गया। अब इस मामले को लेकर BJP ने ममता सरकार पर हमला बोला है। आज प्रेस कांफ्रेंस के वक्त घटना का जिक्र करते हुए भारतीय जनता पार्टी की सांसद लॉकेट चटर्जी रोने लगी। चटर्जी का कहना है कि ममता बनर्जी ने मणिपुर वाली घटना पर तो बयान दे दिया, सवाल उठा लिए लेकिन अब उन्हें बंगाल में हुई इस वीभत्स घटना पर भी एक्शन लेना होगा।
क्या बोलीं बीजेपी एमपी
बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी ने कहा, ”प्रधानमंत्री जी कल मणिपुर की घटना के लिए बोले लेकिन सब राज्यों के लिए बोले। हमारी सब बेटियों के लिए बोले कि सब राज्यों में कानून व्यवस्था स्ट्रांग होना चाहिए। ताकि ऐसी घटनाएं न हों। सिर्फ मणिपुर की बेटी नहीं, देश की बेटी है वो और हम भी चाहते हैं कि हमारे लिए भी कुछ बात आप लोग करें। हमारी बेटी कहां जाएंगी।”
FIR में क्या कहा गया
FIR में महिला प्रत्याशी ने कहा कि मतदान के दिन 40 से 50 की संख्या में TMC कार्यकर्त्ता मुझे पीट रहे थे। इस दौरान TMC उम्मीदवार हेमंत रॉय ने अली शेख और सुकमल पांजा नाम के दो आरोपी को मेरी साड़ी और कपड़े फाड़ने के लिए उकसाया। उन्होंने मेरे साथ और भी मारपीट की और मुझे निर्वस्त्र होने के लिए मजबूर किया और वहां मौजूद अन्य लोगों के सामने मेरे साथ छेड़छाड़ की।
बंगाल चुनाव में गई थी 20 से ज्यादा लोगों की जान
पश्चिम बंगाल में हुए पंचायत चुनाव के दौरान भारी हिंसा हुई थी, जिसमें 20 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। इस दौरान मतपत्रों की लूट और धांधली के मामले भी सामने आए थे। मुर्शिदाबाद, कूच बिहार, मालदा, दक्षिण 24 परगना, उत्तरी दिनाजपुर और नदिया जैसे कई जिलों से गोलीबारी, बमबाजी,बूथ कैप्चरिंग, मतपेटियों को नुकसान पहुंचाने और पीठासीन अधिकारियों पर हमले की खबरें सामने आई थीं।
नामांकन से लेकर रिजल्ट के दिन तक हर रोज यहां हिंसा की घटनाएं होती रहीं। सेंट्रल फोर्स की तैनाती के बावजूद इसमें किसी प्रकार की कोई कमी देखने को नहीं मिली। मणिपुर में हुई घटना पर ममता बनर्जी ने दुःख जताया था, अब देखने वाली बात यह होगी की उनके द्वारा शासित राज्य में उन्हीं के समर्थकों पर इस तरह से आरोप लगे हैं उसपर उनका क्या बयान आता है। बता दें कि, इन घटनाओं पर यहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था की राम, वाम और श्याम ने मिलकर बंगाल में अशांति फैलाई है।