चंडीगढ़, कैलाश नाथ। इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) के गठन में आम आदमी पार्टी के शामिल होने पर पंजाब कांग्रेस ने अपना स्टैंड स्पष्ट कर दिया है। कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा का कहना है ‘हमें तो आप की शक्ल तक देखना गंवारा नहीं, गठबंधन तो दूर की बात है।’
बाजवा ने कहा ‘पार्टी हाईकमान को भी इस बात की जानकारी दे दी गई है कि आप के साथ पंजाब में गठबंधन न तो कार्यकर्ताओं को मंजूर है न ही नेताओ को।’ वहीं, देर शाम को बाजवा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने के लिए दिल्ली रवाना हो गए। प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के भी देर रात तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है।
कांग्रेस की परेशानी यह है कि ‘इंडिया’ के गठन में आप के साथ होने के बाद से ही पंजाब के नेताओं को कार्यकर्ताओं के सवालों का जवाब देना मुश्किल हो रहा है। वहीं, विपक्षी पार्टियों ने भी यह कहना शुरू कर दिया है कि दोनों पार्टियों का समझौता हो गया है। अत: पंजाब में विपक्ष खत्म हो गया है। शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया का कहना है कि वड़िंग और बाजवा जो मर्जी कहें, लेकिन वह सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आदेशों को मानने से इन्कार नहीं कर सकते।
पंजाब कांग्रेस की परेशानी उसी समय खड़ी हो गई थी, जब दिल्ली में अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश पर आप ने कांग्रेस से समर्थन मांगा था। पंजाब कांग्रेस ने इस बात का भी विरोध किया और कहा कि आप को समर्थन नहीं दिया जा सकता। हालांकि कांग्रेस ने अब अध्यादेश का विरोध करने निर्णय लिया है तो पंजाब कांग्रेस के सुर भी बदल गए। प्रदेश अध्यक्ष वड़िंग का कहना है ‘कांग्रेस पार्टी ने आप को समर्थन नहीं दिया बल्कि अध्यादेश का विरोध किया है।
अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस ने मिलने के लिए अभी तक समय तक नहीं दिया।’ पंजाब के नेता भले ही यह दावा करें कि कांग्रेस ने अध्यादेश का विरोध किया है, लेकिन कार्यकर्ताओं की तरफ से आ रहे सवालों का जवाब देना उन्हें भारी पड़ रहा है। ऐसे में आप के साथ समझौते की बात ने आग में घी डालने का काम किया है। जानकारी के अनुसार वड़िंग और बाजवा एक दो दिनों में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ मुलाकात करके पंजाब कांग्रेस की भावनाओं से उन्हें अवगत करवाएंगे।
पंजाब कांग्रेस का गुस्सा इस बात को लेकर भी है कि राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद उनके पूर्व मंत्रियों व नेताओं को विजिलेंस ब्यूरो द्वारा निशाने पर लिया जा रहा है। वड़िंग का कहना है, हमारे पूर्व मुख्यमंत्री ओपी सोनी जेल में हैं। उन्हें पेस मेकर लगा हुआ है। सोनी को स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता है, लेकिन मुख्यमंत्री ने अपनी पावर का प्रयोग करते हुए उन्हें जेल में रखा है। वड़िंग ने तो यहां तक कहा ‘अगर सोनी को कुछ होता है तो इसके लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान व जेल विभाग जिम्मेदार होगा। जेल विभाग की जिम्मेदारी भी भगवंत मान के पास ही है।’