इस इमारत को ‘वन स्टॉप डेस्टिनेशन’ के रूप में बनाया गया है. सीएनन की रिपोर्ट के मुताबिक इस ऑफिस बिल्डिंग को कुल 15 मंजिला बनाया गया है, जो 35 एकड़ में फैली हुई है.
इसमें हीरे के व्यापार से जुड़े पॉलिशर्स, कटर्स और व्यापारी सभी के लिए सुविधाएं प्रदान की गई है.
इस ऑफिस बिल्डिंग को 9 आयातकार स्ट्रक्चर के रूप में बनाया गया है और यह सभी एक दूसरे से सेंट्रल स्पाइन के रूप में जुड़े हुए हैं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस ऑफिस बिल्डिंग को बनाने वाली कंपनी ने दावा किया है कि इसमें कुल 7.1 मिलियन वर्ग फुट से ज्यादा की जमीन है.
इस ऑफिस बिल्डिंग का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवंबर, 2023 में करने वाले हैं. इस शानदार ऑफिस बिल्डिंग को तैयार होने में चार साल का वक्त लगा है.
एसबीडी की वेबसाइट के मुताबिक इस कॉम्प्लेक्स में एक और एंटरटेनमेंट और पार्किंग एरिया मौजूद है, जो कुल 20 लाख वर्ग फुट में फैला हुआ है.
एसबीडी डायमंड बोर्स एक गैर लाभकारी संस्था है, जो कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 8 के तहत रजिस्टर की गई है.
इस प्रोजेक्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी महेश गढ़वी ने कहा है कि नई ऑफिस बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स हजारों हीरा व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र साबित होगा. इस ऑफिस बिल्डिंग का फ्लोर स्पेस 7.1 मिलियन स्क्वॉयर फीट का है.
यह करीब 35 एकड़ में फैला है. इसमें कुल 15 फ्लोर हैं. सूरत डायमंड बोर्स में 4700 से अधिक ऑफिस हैं. इस इमारत में 131 लिफ्ट हैं. सीएनन की रिपोर्ट के मुताबिक सूरत डायमंड बोर्ड को बनाने में 32 अरब रुपए खर्च हुए हैं.