जो जमीन से जुडक़र, लोगों के बीच रहकर , लोगों के दुख-दर्द का हिस्सा बनेगा वो ही प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री होगा: अभय सिंह चौटाला
कहा – वे और नेताओं की तरह फोटो सेशन करवाने में विश्वास नहीं रखते, बल्कि जननायक चौ. देवीलाल की तरह जमीन से जुडक़र काम करने मे विश्वास रखते हैं
किसान आंदोलन में जहां 750 लोगों को शहादत देनी पड़ी वहीं वे एकमात्र विधायक थे जिसने अपने पद से इस्तीफा दिया, विपक्ष के नेता ने तो भाजपा सरकार द्वारा दी जा रही सभी सरकारी सुविधाओं का भोग किया उसने तो अपने सरकारी नौकर तक का भी त्याग नहीं किया
घोषणा- इनेलो की सरकार बनने पर ताऊ देवीलाल की शुरू की गई 100 रूपए बुढापा पेंशन को 7500 रूपए करेंगे, हर घर से एक युवा को योग्यता के अनुसार नौकरी देंगे, किसी कारण से युवा नौकरी से वंचित रह जाएगा तो उसे 21000 रूपए रोजगार भत्ता देंगे, हर घर में एक गैस सिलेंडर देंगे और साथ में महिलाओं को 1100 रूपए महीना रसोई खर्च देंगे
जींद : ‘‘परिवर्तन पदयात्रा आपके द्वार’’ रविवार को 136वें दिन जिला जींद के गंाव धिमाना से शुरू हुई और बहबलपुरा, बराडख़ेड़ा, बुआना, खरैंटी, घड़वाली और जैजैवंती होते हुए गतौली पहुंची। सभी गावों में ग्रामीणों ने दूध पिला कर और ढोल नगाड़ों और पुष्प वर्षा के साथ इनेलो प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला का जोरदार स्वागत किया। इस दौरान इनेलो नेता ने अन्य दलों को छोड़ कर आए सैंकड़ों लोगों को इनेलो पार्टी में शामिल करवाया।
यात्रा के दौरान अभय सिंह चौटाला ने कहा कि अगर देश के किसान भाजपा सरकार द्वारा बनाए गए तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ डटकर मुकाबला नहीं करता तो जिन जमीनों के आज हम मालिक हैं उन जमीनों पर बड़े कार्पोरेट घरानों का कब्जा होता और हम अपनी ही जमीनों पर मजदूरी करके गुजारा कर रहे होते। किसान आंदोंलन में जहां 750 लोगों को शहादत देनी पड़ी वहीं मुझे भी उस ऐतिहासिक आंदोलन का हिस्सा बनने का सौभाग्य मिला और किसान नेताओं के आह्वान पर अपने विधायक पद से इस्तीफा दिया। आंदोलन सफल हुआ और प्रधानमंत्री को तीनों काले कृषि कानूनों को वापिस लेना पड़े।
उन्होंने कहा कि आंदोलन के समय किसान मोर्चा ने देश के लगभग 5000 विधायक एवं एमपी से आह्वान किया था कि वो अपने विधायक और सांसद पद से इस्तीफा देकर आंदोलन को मजबूती देें लेकिन किसी एक भी नेता की हिम्मत नहीं हुई कि वो किसानों के लिए अपने पद का त्याग करे। विपक्ष के नेता ने तो भाजपा सरकार द्वारा दी जा रही सभी सरकारी सुविधाओं का भोग किया, उसने तो अपने सरकारी नौकर तक का भी त्याग नहीं किया। अब वो सभी नेता आपके बीच वोट लेने आएंगे तब उनसे पूछना कि जब किसानों को उनकी जरूरत थी तब वो कहां छिपे थे।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि वे और नेताओं की तरह फोटो सेशन करवाने में विश्वास नहीं रखते, बल्कि जननायक देवीलाल की तरह जमीन से जुडक़र काम करने मे विश्वास रखते हैं। प्रदेश के 7 जिलों में बाढ़ आपदा आई और कांग्रेस, भाजपा समेत सभी नेता ट्रैक्टरों पर औैर हैलिकॉपटरों में फोटो सेशन करवाने लगे आज कहां हैं वो सभी नेता जो फोटो शूट करवा कर गए थे। हमारी पार्टी के लोगों ने धरातल पर लोगों की मदद की और अब भी मदद में लगे हैं। उन्होंने कहा कि जो जमीन से जुडक़र, लोगों के बीच रहकर , लोगों के दुख-दर्द का हिस्सा बनेगा वो ही प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री होगा।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा गठबध्ंान सरकार ने आज किसानों को उसकी फसल के दाम तो नहीं दिए लेकिन महंगाई, कर्जा, खर्चा, भ्रष्टाचार बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कानून व्यवस्था को पूरी तरह से खत्म कर दिया, युवाओं को बेरोजगार कर दिया। इनेलो के सत्ता में आते ही हम ताऊ देवीलाल की शुरू की गई 100 रूपए बुढापा पेंशन को 7500 रूपए करेंगे। हर घर से एक युवा को योग्यता के अनुसार नौकरी देंगे। किसी कारण से युवा नौकरी से वंचित रह जाएगा तो उसे 21000 रूपए रोजगार भत्ता देंगे। हर घर में एक गैस सिलेंडर देंगे और साथ में महिलाओं को 1100 रूपए महीना रसोई खर्च देंगे। भाजपा सरकार ने जितने भी कार्ड बनाए हैं चाहे वो पीपीपी हो या फैमिली आईडी हो सभी को खत्म करेंगे।