प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ प्रमुख द्विपक्षीय मुद्दों पर बैठक करने के लिए आधिकारिक यात्रा पर अबू धाबी पहुंचे.
हवाईअड्डे पर उनका स्वागत किया गया. वहीं भारतीय नौसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संयुक्त अरब अमीरात पहुंचने पर आईएनएस त्रिकंद फारस खाड़ी और ओमान की खाड़ी में तैनात है. यह क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा में योगदान दे रहा है, व्यापार की सुरक्षित आवाजाही को सुनिश्चित कर रहा है और प्रधानमंत्री के विजन सागर को साकार कर रहा है.
SAGAR क्या है
भारतीय नौसेना ने एक ट्वीट में कहा कि, क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (Security and Growth for All in the Region (SAGAR)) हिंद महासागर के लिए भारत की रणनीतिक, योजना है, जिसकी शुरुआत 2015 में हुई थी. समुद्री सहयोग और सुरक्षा की समझ में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है. SAGAR के जरिए भारत अपने समुद्री पड़ोसियों के साथ आर्थिक और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करना चाहता है और उनकी समुद्री सुरक्षा क्षमताओं के निर्माण में सहायता करना चाहता है. इससे पहले, जून में, भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात के बीच त्रिपक्षीय समुद्री अभ्यास के पहले संस्करण में सतही युद्ध जैसे नौसेना संचालन की एक विस्तृत श्रृंखला देखी गई, जिसमें सामरिक गोलीबारी और अभ्यास और उन्नत वायु रक्षा अभ्यास शामिल थे.
प्रधानमंत्री ने जताया आभार
भारतीय नौसेना ने ट्वीट करते हुए कहा कि, भारत, फ्रांस और यूएई समुद्री साझेदारी अभ्यास की शुरुआत ओमान की खाड़ी में 7 जून को हुई थी. नौसेना ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने दो देशों के दौरे के अंतिम चरण में शनिवार को अबुधाबी पहुंचे. उनका हवाई अड्डे पर स्वागत हुआ, बाद में संयुक्त अरब अमीरात में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने उनसे मुलाकात की. खाडी देश मे गर्मजोशी से हुए स्वागत पर प्रधानमंत्री मोदी ने आभार व्यक्त करते हुए ट्विटर पर पोस्ट किया कि, आज हवाई अड्डे पर मेरा स्वागत करने के लिए क्राउन प्रिंस एच एच शेख खालिद बिन मोहम्द बिन जायद अल नाहयान का आभारी हूं.