इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी, जिसमें 15 विपक्षी दल शामिल हुए थे.
कांग्रेस की ओर से बुलाई गई विपक्षी दलों की बैठक के लिए 24 पार्टियों को आमंत्रित किया गया है, जिसमें आम आदमी पार्टी भी शामिल है. कांग्रेस ने आप को भी कॉल करके मीटिंग में शामिल होने के लिए बुलाया है. 18 जुलाई को बेंगलुरु में मीटिंग होगी और उससे एक दिन पहले डिनर रखा गया है.
अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों को इकट्ठा करने के मकसद से यह बैठक की जा रही है. इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने 23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी, जिसमें 15 पार्टियों ने हिस्सा लिया था.
इन पार्टियों को भी भेजा गया निमंत्रण
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने दावा किया कि इस बार की मीटिंग में 8 और पार्टियां भी शामिल होने वाली हैं. मीटिंग के लिए मरुमालारची द्रविड़ मुनेत्र काजगम (MDMK), कोंगू देसा मक्कल काटची (KDMK), विदुथलाई चिरुथैगल काटची (VCK), रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP), ऑल इंडिया फॉर्वर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, केरल कांग्रेस (जोसेफ) और केरल कांग्रेस (मनी) को भी आमंत्रित किया गया है.
खरगे बोले, सफल रही थी पिछली बैठक
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी दलों को मीटिंग के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि पिछली बैठक सफल रही थी और कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. जरूरी है कि इस तरह की चर्चाएं आगे भी होती रहनी चाहिए.
पटना में हुए मीटिंग में आप की तरफ से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा शामिल हुए थे. इस दौरान, केजरीवाल ने दिल्ली में अधिकारियों की पोस्टिंग और ट्रांसफर से जुड़े मामले में केंद्र के अध्यादेश का मुद्दा उठाया था.