शिमला, 10 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा तथा बाढ़ के कारण हुए जान एवं माल के नुकसान के संबंध में सोमवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से दूरभाष पर बात की तथा स्थिति का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि प्रदेश बाढ़ तथा भारी वर्षा से बुरी तरह प्रभावित है जिससे भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने प्रधानमंत्री को अद्यतन स्थिति से अवगत करवाया तथा इस प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए केंद्र सरकार से उदार सहायता का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को बताया कि प्रदेश सरकार स्थिति की गहन निगरानी कर रही है तथा प्रदेश में भारी वर्षा, बाढ़ तथा भूस्खलन के कारण सड़क, जल तथा बिजली आपूर्ति को भारी नुकसान हुआ है। इस आपदा के कारण 17 व्यक्तियों की मृत्यु दर्ज की गई है तथा प्रदेश में हजारों करोड़ रुपये का माली नुकसान हुआ है। भारी वर्षा के कारण पूरा राज्य प्रभावित हुआ है तथा प्रदेश सरकार बाढ़ से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। राज्य में फंसे लोगों को सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति तथा सहायता प्रदान की जा रही है और मौसम में सुधार के साथ ही उन्हें एयर लिफ्ट करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में बचाव कार्यों में केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल को तैनात करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश को इस आपदा से हुए भारी नुकसान से उबरने के लिए केंद्र सरकार से सहायता की आवश्यकता है। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस संकट से प्रदेश के उबरने की प्रक्रिया में विशेष आर्थिक पैकेज प्रदान करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने इस आपदा से बाहर निकलने के लिए प्रदेश को केंद्र की ओर से पूर्ण सहयोग तथा हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने भी मुख्यमंत्री से दूरभाष पर बात की तथा प्रदेश में हुए नुकसान और राहत तथा बचाव कार्यों का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से प्रदेश में उत्पन्न हुई इस स्थिति को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि राज्य को इस संकट से उबरने में काफी समय लगेगा।