श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Shyama Prasad Mukherjee) की 122वीं जयंती के अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने लखनऊ (Lucknow) में एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया.
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Shyama Prasad Mukherjee) की 122वीं जयंती पर गुरुवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान सीएम योगी ने कहा, “डॉ. श्यामा प्रसाद द्वारा देश के लिए किए गए उनके योगदान को कभी भूला नहीं जा सकता है.”
सीएम योगी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “स्वतंत्र भारत में पहली सरकार में मंत्री के रूप में नेहरू सरकार ने तुष्टिकरण की नीति पर चल कर जिन त्रासदियों से देश उबरने का प्रयास कर रहा था तब उन्ही संकंटों को जबरन देश पर लादने का प्रयास किया तो इन्होंने (श्यामा प्रसाद मुखर्जी) खुद को कैबिनेट से अलग कर भारतीय जन संघ की स्थापना और उसके प्रथम अध्यक्ष के रूप में अपनी सेवाएं दी. सरकार से उनके मद भेद कई बार देखे गए. डॉ. श्यामा प्रसाद द्वारा देश के लिए किए गए उनके योगदान को कभी भूला नहीं जा सकता.”
राष्ट्र सदा कृतज्ञ रहेगा
इससे पहले सीएम योगी ने ट्वीट कर लिखा, “महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. भारत के लिए उन्होंने जो संकल्प लिए थे, वे सभी एक-एक कर पूर्ण हो रहे हैं. मां भारती की सेवा में उनके बलिदान के लिए यह राष्ट्र सदा कृतज्ञ रहेगा.” कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के अलावा सरकार के कई मंत्री और बीजेपी नेता मौजूद थे.
गौरतलब है कि वर्ष 1901 में तत्कालीन कलकत्ता (कोलकाता) में पैदा हुए मुखर्जी स्वतंत्र भारत के पहले वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री थे. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के खिलाफ देशव्यापी अभियान चलाया था. उन्होंने ही कश्मीर को लेकर ”नहीं चलेगा एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान” का नारा भी दिया था. लगातार दूसरी बार केंद्र में सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया.