महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने राज्य के सियासी घटनाक्रम पर बड़ा बयान दिया है। पुणे में मीडिया से बात करते हुए मनसे प्रमुख ने मंगलवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम के पीछे खुद एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार का हाथ हो सकता है।
एनसीपी नेता अजित पवार और पार्टी के आठ अन्य विधायकों के शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल होने के संबंध में पूछे गए सवाल पर राज ठाकरे ने कहा कि राज्य में जो हुआ वह बहुत घृणित है…यह राज्य के मतदाताओं के अपमान के अलावा और कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि शरद पवार ने महाराष्ट्र में यह चलन शुरू किया है। उन्होंने पहली बार 1978 में ‘पुलोद’ (पुरोगामी लोकशाही दल) सरकार का प्रयोग किया था। महाराष्ट्र ने कभी भी ऐसे राजनीतिक परिदृश्य नहीं देखे थे। ये सभी चीजें पवार के साथ शुरू हुईं और पवार के साथ समाप्त हुईं।
साथ ही मनसे प्रमुख ने दावा किया कि हालिया घटनाक्रम के पीछे खुद शरद पवार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रफुल्ल पटेल, दिलीप वाल्से-पाटिल और छगन भुजबल ऐसे नेता नहीं हैं, जो अजित पवार के साथ (अपने दम पर और वरिष्ठ पवार के आशीर्वाद के बिना) जाएंगे।