BJP MP: हरिद्वार दुबे के बेटे प्रांशु दुबे ने बताया कि रविवार को वे बिल्कुल ठीक थे। अचानक हार्ट में दर्द होने की शिकायत पर उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां कुछ देर बाद ही उनकी सांसें थम गईं।
भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद हरिद्वार दुबे का आज सुबह निधन हो गया। तबीयत खराब होने के बाद परिजन उन्हें फोर्टिस अस्पताल ले कर गए। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। मूल रूप से बलिया के रहने वाले हरिद्वार दुबे ने आगरा में अपनी राजनीति शुरू की। उन्होंने छात्र राजनीति से सफर शुरु कर कल्याण सिंह सरकार में वित्त राज्य मंत्री भी बने। आगरा में पार्टी के लिए उनके काम को देखकर भाजपा ने उन्हें 2013 में प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे।
कल्याण सिंह सरकार में बने मंत्री
हरिद्वार दुबे के बेटे प्रांशु दुबे ने बताया कि रविवार को वे बिल्कुल ठीक थे। अचानक हार्ट में दर्द होने की शिकायत पर उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां कुछ देर बाद ही सांसें थम गईं। छावनी के दो बार के पूर्व विधायक और पूर्व राज्यमंत्री हरिद्वार दुबे 2020 में राज्यसभा सदस्य बने थे। वे कल्याण सिंह सरकार में वित्त राज्य मंत्री रहे थे। सीतापुर, अयोध्या और शाहजहांपुर में आरएसएस के जिला प्रचारक रहे हैं।
बलिया के रहने वाले थे भाजपा सांसद
राज्यसभा सांसद हरिद्वार दुबे पूर्वांचल के बलिया के रहने वाले थे। लेकिन उन्होंने आगरा में अपनी राजनीतिक पारी शुरू की। उनके अलावा उनके परिवार भी भाजपा से जुड़ा हुआ है। उनके भाई गामा दुबे भी भाजपा के बड़े नेता हैं।
मूल रूप से बलिया के रहने वाले हरिद्वार दुबे लंबे समय से आगरा में राजनीति कर रहे हैं। 1969 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संगठन मंत्री बन आगरा आए थे। तभी से यहां की राजनीति में सक्रिय रहे। 1983 में वे महानगर इकाई के मंत्री बने। इसके बाद महानगर अध्यक्ष बने। 1989 में छावनी से पहली बार चुनाव लड़ा और जीते। 1991 का भी चुनाव जीते। कल्याण सिंह की सरकार में संस्थागत वित्त राज्य मंत्री बनाया गया। 2005 में वह खेरागढ़ विधानसभा से उपचुनाव लड़े, जिसमें हार का सामना करना पड़ा था। वर्ष 2011 में प्रदेश प्रवक्ता और 2013 में प्रदेश उपाध्यक्ष रहे।