कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के 203 नेताओं के खिलाफ ग्रेटर नोएडा (यूपी) के ईकोटेक वन पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के 203 नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में इन लोगों के खिलाफ कई संगीन धाराएं लगाई गई हैं सभी नेताओं के खिलाफ 144 के उल्लंघन, 188, 269, 270 IPC एक्ट और महामारी की 3 व 4 धारा के तहत केस दर्ज किया गया है।
पुलिस कमिश्नरेट से मिली जानकारी के मुताबिक, यह मुकदमा आईपीसी की धारा 188 (निषेधाज्ञा यानि सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन), 270 (संक्रामक बीमारी के दौरान आम जनमानस के जीवन को संकट में डालना) और संक्रामक रोग रोकथाम अधिनियम-1869 की धारा 4 ( प्राधिकृत अधिकारी की ओर से जारी किए गए आदेशों की अवहेलना) के तहत दर्ज किया गया है। राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अजय सिंह उर्फ लल्लू, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, पीएल पुनिया, सचिन पायलट, गौतमबुद्ध नगर कांग्रेस के अध्यक्ष अजय चौधरी, नोएडा महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष शहाबुद्दीन, उत्तर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री वीरेंद्र सिंह गुड्डू और जितिन प्रसाद समेत 153 कांग्रेसियों को नामजद किया गया है। 50 अज्ञात लोगों को भी एफआईआर में शामिल किया गया है।
वही , पुलिस की ओर से कहा गया है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी करीब 200 कार्यकर्ताओं के साथ हाथरस जाने के लिए डीएनडी के रास्ते नोएडा में प्रवेश किए। जिसमें लगभग 50 गाड़ियां भी काफिले में शामिल थीं। उस काफिले में शामिल सभी लोगों को जनपद में धारा 144 लागू होने, कोविड-19 की स्थिति से अवगत कराते हुए आगे नहीं जाने का अनुरोध किया गया, लेकिन काफिले में शामिल सभी कार्यकर्ता तथा गाड़ियां यातायात के नियमों का उल्लघंन करते हुए तथा आम जनता के लिए यातायात में व्यवधान उत्पन्न करते हुए तेजी से यमुना एक्सप्रेस वे की तरफ जाने लगे।
बता दे कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के काफिले को पहले ग्रेटर नोएडा में परी चौक के निकट रोक दिया गया जिसके बाद वे पैदल ही हाथरस के लिए निकल गए। कुछ देर बाद पुलिस ने यमुना एक्सप्रेसवे पर इन्हें हिरासत में ले लिया।
वही , कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पुलिस राहुल, प्रियंका और अन्य वरिष्ठ नेताओं को पुलिस जीप में एक गेस्ट हाउस में ले गई और फिर उन्हें छोड़ दिया गया। इसके बाद वे पुलिस के सुरक्षा घेरे में वापस दिल्ली रवाना हो गए।
इस दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस ने राहुल गांधी को रोकने के लिए उनके साथ धक्का-मुक्की की जिस कारण वो जमीन पर गिर गए पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रदेश में जंगलराज का यह आलम है कि शोक में डूबे एक परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है।
उधर, प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि उन्हें हाथरस जाने से रोका गया। जब वह राहुल के साथ पैदल चलने लगे तो बार-बार पुलिस ने रोका और बर्बरता से लाठीचार्ज किया। कई कार्यकर्ता घायल हैं। मगर हमारा इरादा पक्का है। काश यही लाठियां, यही पुलिस हाथरस की दलित बेटी की रक्षा में खड़ी होती।