चुनाव आयोग ने हाल ही में महाराष्ट्र और झारखंड के लिए विधानसभा चुनाव का तारीख का ऐलान किया है. आपको बता दें कि चुनाव की तारीख जैसे ही लागू हो जाती है. उस राज्य में अचार संहिता लग जाती है.
अचार संहिता के तहत मौजूदा सरकार की कोई भी योजना जारी नहीं रहती और ना ही लोग इसका फायदा उठा पाते हैं. चलिए जानते हैं कि आपको लाडली बहन योजना के तहत पैसे कब मिल सकते हैं?
लाडली बहन योजना के तहत मिलने वाला पैसा क्यों रोका?
इस बारे में मिली जानकारी के मुताबिक चुनाव आयोग ने अचार संहिता के तहत किसी भी योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता को रोक दिया है. देश में अचार संहिता तब लागू होता है, जब विधानसभा चुनाव का तारीख का ऐलान हो जाता है.
चुनाव आयोग के निर्देश के बाद महिला और बाल कल्याण विभाग ने मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना के तहत मिलने वाला फंड रोक दिया है. जिसका मतलब हुआ की महाराष्ट्र की महिलाओं को दिवाली तक या उससे पहले पैसे नहीं मिलने वाले हैं.
क्या है लाडली बहन योजना ?
दिवाली आने से पहले महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने सभी महिलाओं को लाडली बहन योजना के तहत वित्तीय सहायता देना का ऐलान किया था. इस योजना के तहत महिलाओं को 3500 से 5500 तक मिलने वाले थे. लेकिन अब चुनाव आयोग के निर्देश के बाद महिलाओं को वित्तीय सहायता नहीं मिल पाएगी.
Ladli Behna Yojana Apply: कैसे करें अप्लाई ?
स्टेप 1- सबसे पहले आपको ग्राम पंचायत ऑफिस या वार्ड ऑफिस से एप्लीकेशन फॉर्म लेना पड़ेगा. आपको इस फॉर्म के लिए पैसे देने की जरूरत नहीं है, ये फॉर्म बिल्कुल फ्री है.
स्टेप 2- इसके बाद आपको फॉर्म में पूछे गए डिटेल्स को ध्यानपूर्वक भरना होगा. इसके साथ ही आपको मांगे गए डॉक्यूमेंट्स को सबमिट करना होगा.
स्टेप 3- इसके बाद आपके द्वारा जमा किए गए डॉक्यूमेंट्स को वेरिफाई किया जाएगा.
स्टेप 4- वेरिफाई होने के बाद अगर आप सलेक्ट हो जाते हैं, तो आपको मैसेज या व्हाट्सएप के जरिए इसके बारे सूचित कर दिया जाएगा.
Ladli Behna Yojana: कौन-सी महिलाएं ले सकती है इस योजना का लाभ?
ये योजना राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई है. जिसका मतलब हुआ कि महाराष्ट्र में रहने वाली प्रत्येक महिला इस योजना का फायदा उठा सकती है. हालांकि इस योजना के जरिए उन महिलाओं को ही वित्तीय सहायता दी जाती है, जो आर्थिक रुप से कमजोर हो.
इस योजना में अप्लाई करने के लिए महिला की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष होनी चाहिए. वहीं अधिकतम उम्र 65 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.