नई दिल्ली/टीम डिजिटल। केन्द्रीय संचार मंत्री (Communications Minister) ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) बुधवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC 2024) में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने टेलीकॉम कंपनी एयरटेल के सेटेलाइट कम्युनिकेशन के माध्यम से आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात सैनिकों से चर्चा की है।
उन्होंने कहा कि 6G से संबंधित मानकों तथा नियमों से सभी के लिए समावेशिता और सामर्थ्य सुनिश्चित होना चाहिए। जानिए उन्होंने और क्या कहा है।
भारत के पास है जबरदस्त अवसर मंत्री सिंधिया ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) में अंतरराष्ट्रीय 6जी संगोष्ठी के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि चूंकि 6जी के लिए मानक तय किए जा रहे हैं, इसलिए प्रौद्योगिकी तथा इंजीनियरिंग में अपनी सिद्ध क्षमताओं को देखते हुए भारत के पास जबरदस्त अवसर हैं।
मंत्री ने कहा, ” हमारे 6जी मानक जो अभूतपूर्व गति, कम विलंबता और परिवर्तनकारी अनुप्रयोगों की विशेषता रखते हैं…सभी के लिए समावेशी, सुलभ व किफायती होने चाहिए और केवल तभी यह समग्र मानवता के वास्तविक मूल्य का प्रतिनिधित्व करेंगे।
साइबर सुरक्षा पर क्या बोले सिंधिया केन्द्रीय संचार मंत्री सिंधिया ने 6-जी अवसर का लाभ उठाने वाले प्रत्येक नागरिक के लिए साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने के महत्व पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि, जैसा कि हम विनियामक वातावरण तैयार करते हैं, भारत के पास विनियमनों के निर्माण में योगदान देने की जबरदस्त क्षमता है।
भारत में एसटीईएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग या गणित) स्नातकों की एक बड़ी संख्या है। इसकी प्रौद्योगिकी प्रगति एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करती है क्योंकि दुनिया 6जी की ओर बढ़ रही है। संचार मंत्री ने कहा, दुनिया के करीब 31.7 प्रतिशत एसटीईएम स्नातक भारत से हैं। यह 6जी प्रौद्योगिकी का जीवंत समर्थक बनने का एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करता है जो कृत्रिम मेधा (एआई), इंटरनेट ऑफ थिंग्स और मशीन लर्निंग के लिए दरवाजे खोलेगा…’