प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पालघर में संबोधित करते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने पर माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि छत्रपति महाराज हमारे लिए केवल राजा महाराजा नहीं बल्कि आराध्य देव हैं.
मैं उनके चरणों में गिर कर उनसे माफी मांगता हूं. इसी दौरान उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेकर हम विकसित महाराष्ट्र-विकसित भारत के संकल्प पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. आज पालघर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास इसी दिशा में एक ऐतिहासिक प्रयास के रूप में याद किया जाएगा.
क्या है वधावन बंदरगाह प्रोजेक्ट?
महाराष्ट्र के पालघर जिले दहानू कस्बे के पास है-वधावन बंदरगाह. यह भारत के सबसे बड़े बंदरगाहों में से है. इससे समुद्री क्षेत्रों में संपर्क बढ़ेगा. इसके माध्यम से ग्लोबल ट्रेड को बढ़ावा दिया जाएगा. इसकी कुल लागत करीब 76 हजार करोड़ रुपये हैं. इस बंदरगाह का मकसद इंटरनेशनल शिपिंग रास्तों को सुगम बनाना है. इसके बन जाने से समय और लागत की बचत होगी. क्षेत्र में विकास होगा, स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा.