Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में रीतिका हुड्डा को महिला कुश्ती 76 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग के क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। रीतिका को किर्गिस्तान की एपेरी मेडेट काइज़ी के खिलाफ़ हार मिली है। इसके साथ ही काइज़ी को सेमीफाइनल में जगह मिल गई है।
एक अंक गंवाते ही हाथ से निकला मुकाबला
एक समय पर दोनों का स्कोर 1-1 से बराबर पर था। हालांकि, रीतिका की प्रतिद्वंद्वी को अंतिम अंक स्कोर करने के कारण विजेता घोषित किया गया। रीतिका 1-0 से आगे चल रही थीं, लेकिन फिर निष्क्रियता के कारण उन्हें एक अंक गंवाना पड़ा।
हालांकि, रीतिका के लिए एक उम्मीद अभी भी बाकी है। उनके पास रेपचेज के जरिए ब्रॉन्ज मेडल जीतने का मौका होगा, और ये तभी संभव होगा जब काइजी इस इवेंट के फाइनल में पहुंच जाती हैं।
बचपन में हैंडबॉल खेलती थीं रीतिका
इससे पहले जब ओलंपिक को लेकर वनइंडिया हिंदी ने रीतिका हुड्डा से बातचीत कर उनके विचार जानने तो उन्होंने हर सवाल का बेबाक जवाब दिया। रोहतक के खरकड़ा गांव की रहने वाली रितिका बचपन में हैंडबॉल खेलती थीं, लेकिन बाद में उसके पिता के कहने के बाद उसने कुश्ती को अपना लिया। वह 72 किलोग्राम वेट कैटेगरी में कुश्ती खेलती थी, लेकिन ओलंपिक में यह भार वर्ग नहीं होने के कारण उन्होंने 76 किलोग्राम वेट कैटेगरी में हिस्सा लिया।
रोजना तीन से चार घंटे तक मैदान पर की तैयारी
रीतिका हुड्डा ने बताया था कि ओलंपिक के लिए तैयारी अच्छी रही है। नेशनल कैंप नहीं हो रहे थे तो हम अपने लोकल लेवल पर ही तैयारी करते थे। ओलंपिक से पहले दो महीने तक रोजना तीन से चार घंटे तक मैदान पर तैयारी की है। ओलंपिक में सभी खिलाड़ी एक्सपीरियंस वाले हैं, सबसे यंग मैं ही हूं। ऐसे में मुझे अपना बेस्ट परफॉर्मेंस देना होगा।