19 अगस्त को समाप्त होने वाली अमरनाथ यात्रा के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है. सूत्रों ने आज तक को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने राज्य के भाजपा नेताओं को विधानसभा चुनाव की तैयारी करने का निर्देश दिया है.
गुरुवार देर रात हुई बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भाजपा की राज्य इकाई के नेताओं को चुनाव की तैयारी करने का निर्देश दिया और बताया कि पार्टी सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अगस्त 2019 में राज्य के विशेष दर्जे को रद्द करने से पहले नवंबर 2018 में जम्मू-कश्मीर की विधानसभा भंग कर दी गई थी. राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था.
सीएम उम्मीदवार पेश नहीं करेगी बीजेपी
पार्टी नेतृत्व ने राज्य के नेताओं को यह भी बता दिया है कि भाजपा राज्य में किसी भी पार्टी के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं करेगी. हालांकि, सूत्रों ने कहा कि सीटों का समायोजन और “समान विचारधारा वाले दलों” के साथ “चुनावी समझौते” हो सकते हैं. विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी किसी भी मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को पेश नहीं करेगी.
आने वाले दिनों में, प्रमुख केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं के राज्य का दौरा करने की उम्मीद है. पार्टी राज्य में लोगों के साथ एक जनसंपर्क कार्यक्रम भी शुरू करेगी. तैयारियों को गति देने के लिए, भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा शनिवार को राज्य का दौरा करेंगे और पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करेंगे.
साथ-साथ हो सकते हैं चार राज्यों के चुनाव
सूत्रों के अनुसार, राज्य भाजपा इकाई में नेतृत्व या संगठन में कोई बदलाव नहीं होगा, जिसका नेतृत्व वर्तमान में रविंदर रैना कर रहे हैं. शाह के साथ दो घंटे तक चली बैठक में रैना, जम्मू-कश्मीर से पार्टी के सांसद – जितेंद्र सिंह और जुगल किशोर शर्मा – और अन्य शीर्ष नेता शामिल हुए. सूत्रों ने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर, झारखंड, महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों के साथ-साथ होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.