एएनआई, तिरुवन्नामलाई (तमिलनाडु)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कन्याकुमारी में ध्यान लगाने पर चल रही बहस के बीच तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष के अन्नामलाई ने शनिवार को अरुणाचलेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना की।
इस दौरान उन्होंने ध्यान लगाने पर चल रही बहस को लेकर कहा कि विपक्षी दल बिना जाने राजनीति कर रहे हैं कि उन्हें क्या करना है।
गौरतलब है कि विवेकानंद रॉक मेमोरियल पर गुरुवार को शुरू हुआ पीएम मोदी का 45 घंटे का ध्यान शनिवार शाम को समाप्त होगा।
अन्नामलाई ने कहा, “प्रधानमंत्री एक निजी कार्यक्रम के तौर पर कन्याकुमारी आए थे और भाजपा का एक भी स्वयंसेवक वहां नहीं गया। उन्हें नहीं पता कि उन्हें किस विषय पर राजनीति करनी है।” कन्याकुमारी के जिला कलेक्टर ने कहा कि विवेकानंद रॉक विवेकानंद केंद्र की संपत्ति है और यह निजी भूमि है जिसका उपयोग सभी लोग करते हैं और इसके लिए सरकार और चुनाव आयोग की अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
अन्नामलाई ने कहा, “एक तरफ जहां भारत के प्रधानमंत्री ध्यान कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ लोग विवेकानंद रॉक पर जा रहे थे और वहां किसी को नहीं रोका गया। विपक्षी दल बिना जाने राजनीति कर रहे हैं कि उन्हें क्या करना है।” इसके अलावा, आज होने वाली इंडिया ब्लॉक की बैठक पर बोलते हुए तमिलनाडु भाजपा प्रमुख ने कहा कि इसमें किसी भी पार्टी का कोई भी बड़ा नेता भाग नहीं ले रहा है।”
अन्नामलाई ने कहा, “तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक में भाग नहीं लिया, किसी भी पार्टी के किसी भी बड़े नेता ने भाग नहीं लिया, केवल दूसरे दर्जे के नेता भाग ले रहे हैं।” उन्होंने कहा कि इंडिया ब्लॉक और कांग्रेस के नेता यह कहकर अपनी हार स्वीकार कर रहे हैं कि पार्टी के प्रतिनिधि एग्जिट पोल में भाग नहीं लेंगे।”
भाजपा नेता ने कहा कि एमके स्टालिन को चुनाव खत्म होने तक नाटक का पता था। यहां तक कि उन्हें भी पता है कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार हमारे देश के पीएम बनने जा रहे हैं।” बता दें कि पीएम मोदी ने ध्यान मंडपम से अपना ध्यान शुरू किया, वह स्थान जहां माना जाता है कि पूज्य हिंदू दार्शनिक स्वामी विवेकानंद को ‘भारत माता’ के बारे में दिव्य दर्शन हुए थे। प्रधानमंत्री गुरुवार को विवेकानंद रॉक मेमोरियल पहुंचे।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, देवी पार्वती ने भी भगवान शिव की प्रतीक्षा करते हुए एक पैर पर बैठकर यहीं ध्यान लगाया था। प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार के अंत में आध्यात्मिक यात्रा करने के लिए जाने जाते हैं। इसी क्रम में वे 30 मई को कन्याकुमारी पहुंचे और 1 जून तक वहीं रहेंगे। 2019 में उन्होंने केदारनाथ और 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ का दौरा किया था।