Datta Gaekwad Passes Away: पूर्व भारतीय कप्तान दत्ताजीराव कृष्णराव गायकवाड का बड़ौदा स्थित आवास पर मंगलवार को 95 साल की उम्र में निधन हो गया। वह देश के सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले टेस्ट क्रिकेटर रहे। वह भारत के पूर्व क्रिकेटर अंशुमन गायकवाड के पिता थे। उनके निधन के बाद क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड समेत कई क्रिकेटरों ने उनके निधन अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है।
दत्ता गायकवाड दो कार्यकालों में टीम इंडिया के कोच भी रहे थे। उनके निधन पर बीसीसीआई ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि बीसीसीआई भारत के पूर्व कप्तान और भारत के सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर दत्ताजीराव गायकवाड़ के निधन पर उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है। इसके साथ ही पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने उनके निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त की।
दत्ता गायकवाड का टेस्ट करियर
दत्ता गायकवाड के टेस्ट करियर की बात करें तो वह देश के लिए 1952 से 1961 तक खेले। हालांकि इस दौरान वह देश के लिए केवल 11 टेस्ट मैच ही खेल सके, जिनमें उन्होंने 350 रन बनाए। उन्होंने 1959 में इंग्लैंड का दौरा करने वाली भारतीय टीम की कप्तानी की, लेकिन टीम सभी पांच टेस्ट हार गई। उनका सर्वोच्च स्कोर 1959 में नई दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ 52 रन था।
दत्ता गायकवाड का घरेलू क्रिकेट करियर
दत्ता गायकवाड के घरेलू क्रिकेट करियर की बात करें तो वह रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा के लिए ताकत का स्तंभ थे। बड़ौदा के लिए वह 1947 से 1961 तक क्रिकेट खेले। उन्होंने 14 शतकों के साथ 3139 रन बनाए और उनका उच्चतम स्कोर 1959-60 में महाराष्ट्र के खिलाफ नाबाद 249 रन था। दत्ता गायकवाड ने घरेलू क्रिकेट में दो दोहरे शतक भी लगाए।