Stop Clock Rule in International Cricket: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सीमित ओवर के फॉर्मेट में पारी के लिए समय निर्धारित होता है, लेकिन आजकल देखा जा रहा है कि पारियां निर्धारित समय से काफी देरी से खत्म हो रही हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है ओवरों के बीच लगने वाला समय है। इस समय सीमित करने के लिए आईसीसी ‘स्टॉप क्लॉक’ का नियम लेकर आया है, जिसका ट्रायल वेस्टइंडीज और इग्लैंड के बीच खेली जाने वाली टी20 इंटरनेशनल सीरीज से किया जाएगा। आईसीसी ने जानकारी देते हुए बताया कि स्टॉप क्लॉक रूल के ट्रायल की शुरुआत बुधवार को बारबडोस में वेस्टइंडीज बनाम इंग्लैंड के बीच खेले जाने वाले पहले टी20 इंटरनेशनल से होगी।
आईसीसी ने बयान जारी कर बताया है कि स्टॉप क्लॉक नियम से ओवरों के बीच लगने वाले समय को सीमित करना है। यानी गेंदबाजी टीम को ओवर खत्म होने के 60 सेकेंड के भीतर अगले ओवर की पहली गेंद फेंकनी होगी। पारी में दो बार ऐसा नहीं करने पर तीसरी बार क्षेत्ररक्षण टीम पर 5 रन की पेनल्टी लगाई जाएगी।
‘खेल की गति को बढ़ाने के तरीके ढूंढ रहे’
आईसीसी के क्रिकेट महाप्रबंधक वसीम खान ने बताया कि हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में खेल की गति को बढ़ाने के तरीके ढूंढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि सफेद गेंद के क्रिकेट में स्टॉप क्लॉक ट्रायल से पूर्व 2022 में खेलने की नई चीजों को सफलतापूर्वक लागू किया। जिसके तहत अगर क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम अंतिम ओवर की पहली गेंद निर्धारित समय में फेंकने की स्थिति में नहीं होने पर घेरे के बाहर सिर्फ 4 क्षेत्ररक्षकों को रखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि स्टॉप क्लॉक रूल के ट्रायल के बाद इसका आकलन किया जाएगा।
स्टॉप क्लॉक नियम
पारी के दौरान गेंदबाज अगर 60 सेंकेड के भीतर अगला ओवर फेंकने के लिए तैयार नहीं होता है तो अंपायर दो बार चेतावनी देंगे और तीसरी बार ऐसा करने पर बल्लेबाजी टीम के खाते में 5 रन बतौर पेनाल्टी जोड़ दिए जाएंगे।
वहीं, बल्लेबाजों के लिए भी ये रूल लागू होगा। अगर विकेट गिरने या फिर रिटायर्ड हर्ट होने पर दूसरा बल्लेबाज दो मिनट में क्रीज पर आकर पहली गेंद नहीं खेलता है तो उसे आउट माना जाएगा। इस तरह से आउट होने पर उसे टाइम आउट करार दिया जाएगा। ये खास नियम अप्रैल 2024 तक खेले जाने वाले वनडे और T20I मैचों में लागू रहेंगे।