अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर का निर्माण अब अपने आखिरी चरण में है।
22 जनवरी को प्रभु राम लला के प्राण प्रतिष्ठा में स्वंय प्रधानमंत्री मौजूद रहेंगे।
वहीं, राम लला के वस्त्रों को लेकर अब एक नई जानकारी निकलकर सामने आई है। पुणे में “दो धागे श्री राम के लिए” अभियान ने गति पकड़ ली है, जिसके तहत लाखों लोग राम लला की प्रतिमा के लिए वस्त्रों की बुनाई कर रहे हैं। 13 दिनों तक चलने वाला यह अभियान, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र और पुणे के हेरिटेज हैंडवीविंग रिवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट का एक सहयोगात्मक प्रयास है जो कि 10 दिसंबर को शुरू हुआ है।
13 दिन में शामिल होंगे 10 लाख लोग
अभियान की आयोजक अनघा घैसास ने राम लला के लिए इस प्रयास में समुदाय को शामिल करने को लेकर उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “अगले 13 दिनों में लगभग 10 लाख लोगों ने ‘दो धागे’ की बुनाई करते हुए भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है। हमने हथकरघा की कला को बढ़ावा देते हुए इस पवित्र कार्य में नागरिकों को शामिल करने के अभियान के दोहरे उद्देश्य पर जोर दिया, हथकरघा के लिए इंजीनियरिंग के समान कौशल की आवश्यकता होती है।
हर हथकरघे पर एक एक्सपर्ट
घैसास ने बताया कि हमारा इरादा हथकरघा को बढ़ावा देना भी है, जिसके लिए मैं लंबे समय से काम कर रहा हूं। हथकरघा आसान नहीं है, इसके लिए गणितीय सटीकता, धैर्य और विज्ञान की आवश्यकता होती है, इसलिए यह किसी इंजीनियरिंग से कम नहीं है। हर हथकरघे पर एक एक्सपर्ट को रखा है जो बुनाई करने वालों का मार्गदर्शन करेगा।”
राम राष्ट्र की संस्कृति हैं,
राम राष्ट्र के प्राण हैं!अयोध्या जी में श्री राम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर में स्थापित होने जा रहे ‘राम दरबार’ के लिए वस्त्र हाथों से बुने जा रहे हैं।
उल्लेखित ध्येय की पूर्ति हेतु आज पुणे, महाराष्ट्र में इस पावन मिशन का शुभारंभ करने का सौभाग्य… pic.twitter.com/HHvGOjNWtz
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) December 10, 2023
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने किया दौरा
घैसास ने बताया कि राम लला के लिए वस्त्र मुख्य रूप से रेशम से तैयार किए जाएंगे और चांदी की ज़री से सजाए जाएंगे। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और राम मंदिर ट्रस्ट के गोविंद देव गिरि महाराज के दौरे से अभियान को गति मिली। दोनों ने हथकरघा गतिविधियों में भाग लिया, जो इस पहल के लिए व्यापक समर्थन को रेखांकित करता है।