श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले विशेष अनुष्ठान की तैयारी कर रहा है। 16 जनवरी से शुरू होने वाले इस अनुष्ठान में पंडित लक्ष्मीकांत मथुरानाथ दीक्षित, काशी के 40 से अधिक सहित वेदों की सभी शाखाओं में पारंगत 121 अन्य विद्वानों के साथ अनुष्ठानों की एक श्रृंखला आयोजित करेंगे।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले महापूजन समेत अन्य कार्यक्रमों की टाइमलाइन
16 जनवरी: इस तिथि पर, एक ‘महापूजन’ आयोजित किया जाएगा, जिसमें लक्ष्मीकांत के नेतृत्व में वैदिक विद्वान सर्व प्रायश्चित होम, दशविद स्नान जैसे अनुष्ठानों की देखरेख करेंगे।
17 जनवरी: इस दिन जलयात्रा, तीर्थ और कलश पूजन जैसे अनुष्ठान होंगे, जिसके बाद कलश यात्रा होगी।
18 जनवरी: प्रधान संकल्प, गणेशम्बिका पूजन, मंडप प्रवेश और यज्ञभूमि पूजन सहित महत्वपूर्ण अनुष्ठान होंगे।
19 जनवरी: इस दिन देवता पूजन, वेदों की सभी शाखाओं का पाठ, अधिवासन, कुंडपूजन, हवन के लिए प्राकृतिक अग्नि, जलाधिवास (पानी में मूर्ति का विसर्जन), और अन्य पूर्व-प्रतिष्ठा अनुष्ठान होंगे।
20 जनवरी: इस दिन वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मंदिर का वास्तुपूजन किया जाएगा.
21 जनवरी: राम लला की मूर्ति को विभिन्न तीर्थ स्थलों और पवित्र नदियों के जल से स्नान कराया जाएगा, उसके बाद महापूजा और नगरभ्रमण (मूर्ति को शहर में ले जाना) होगा। इसके बाद, मूर्ति को शैय्याधिवास, तत्वन्यास, महान्यास और अन्य अनुष्ठानों के लिए यज्ञ मंडप में लाया जाएगा।
22 जनवरी: इस दिन की दोपहर में देवप्राणप्रतिष्ठा (अभिषेक) होती है, जिसके बाद महापूजन, आरती और पूर्णाहुति होती है।
16 जनवरी से शुरू होने वाले इस अनुष्ठान में पंडित लक्ष्मीकांत मथुरानाथ दीक्षित, काशी के 40 से अधिक सहित वेदों की सभी शाखाओं में पारंगत 121 अन्य विद्वानों के साथ अनुष्ठानों की एक श्रृंखला आयोजित करेंगे। ये समारोह ठीक सात दिन बाद भगवान राम लला के अभिषेक होने के साथ पूरा होगा।