कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी को प्रवर्तन निदेशालय से बड़ा झटका लगा है। ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में 751.9 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। जांच एजेंसी ने ये कार्रवाई मंगलवार को की है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय राहुल गांधी और सोनिया गांधी से इस मामले में जून 2022 में पूछताछ की थी। ईडी के अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि यह कार्रवाई नेशनल हेराल्ड मामले में मनी लॉन्ड्रिंग केस में की गई है।
ईडी ने कही ये बात
अधिकारियों ने कहा, ‘नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने करोड़ों रुपये की संपत्ति को अस्थायी तौर पर कुर्क करने का आदेश जारी किया है। धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में 751.9 करोड़ रुपये की जांच की गई, जिसमें पता चला कि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) के पास भारत के कई शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में फैली 661.69 करोड़ की संपत्तियां अपराध से प्राप्त की गई है।’
कांग्रेस का आया बयान
वहीं, प्रवर्तन निदेशालय के इस कार्रवाई के बाद कांग्रेस का बयान सामने आया है। कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जांच एजेंसी द्वारा AJL संपत्तियों को जब्त करने की खबरें पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में निश्चित हार से ध्यान भटकाने की कोशिश को दर्शाती है।
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि साल 1937 में द एसोसिएट नाम से एक कंपनी की स्थापना की गई थी,जिसके मूल निवेशक पं जवाहरलाल नेहरू और 5 हजार स्वतंत्रता सेनानी थे। ये कंपनी नेशनल हेराल्ड, नवजीवन और कौम आवाज नाम से तीन समाचार पत्र प्रकाशित करती थी, जिनमें से नवजीवन और नेशनल हेराल्ड का अब भी प्रकाशन होता है। धीरे-धीरे कंपनी घाटे में चली गई और कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ रुपये का लोन देकर कंपनी को घाटे से निकालने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे।