AK-203 Assault Rifles: भारतीय सेना को एके-203 असॉल्ट राइफल की पहली खेप मिल गई है। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में रूस की सहायता से तैयार की गई एके-203 असॉल्ट राइफल की सेना ने टेस्टिंग भी शुरू कर दी है। राजस्थान से लेकर सियाचिन तक। तमिलनाडू से अरुणाचल प्रदेश तक की भौगोलिक परिस्थितियों में इसकी टेस्टिंग की जाएगी। दस सालों में छह लाख एक हजार 427 राइफल्स बनाने का लक्ष्य है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे के साथ रक्षा मंत्रालय में बुधवार को इस राइफल की खूबियां और इसकी बनावट को देखा।
भारतीय सेना की फायर टेस्टिंग में पास होते ही भारतीय सैनिकों के लिए इसका थोक में उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा। इसमें उत्तरप्रदेश के अमेठी जिले के कोरवा स्थित इंडो-रशियन राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड में तैयार किया गया है। भारतीय सेना मार्च 2024 में इसे भारतीय सैनिकों को सौंपने की तैयारी कर रहा है। इसके बाद 32 महीनें के अंदर 70 हजार एके 203 भारतीय सैनिकों को देने की तैयारी है। भारत एके 203 राइफल्स का निर्यात भी करेगा।
एके-203 असॉल्ट राइफल की खूबियां
AK सीरीज की सबसे हल्की राइफल
एके-203 कर मौसम में करती है काम
एके-203 एक मिनट में दागतीहै 700 गोली
एके-203 की रेंज 800 मीटर तक है
एके-203 की एक मैगजीन में 30 गोली आती है
एके-203 का वजन 3.8 किलोग्राम है
एके-203 की लंबाई 705 मिलीमीटर है