*आम आदमी पार्टी, हरियाणा*
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*प्रेस विज्ञप्ति*
*आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने हरियाणा सरकार पर साधा निशाना*
*बेरोजगारी और पेपर लीक को लेकर सरकार की नीतियों पर सवाल*
*खट्टर सरकार ने सुनियोजित तरीके से ग्रुप डी परीक्षा का पेपर लीक करवाया : डॉ. सुशील गुप्ता*
*एडवांस में पेपर लीक किया जाता है, युवकों से पैसे लिए जाते हैं : डॉ. सुशील गुप्ता*
*हरियाणा में बेरोजगारी चरम सीमा पर है: डॉ. सुशील गुप्ता*
*खट्टर सरकार एचएसएससी के चेयरमैन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती: डॉ. सुशील गुप्ता*
*खट्टर सरकार के राज में 30 बार पेपर लीक होना शर्मनाक : डॉ. सुशील गुप्ता*
*युवक लगातार मेहनत करते हैं, रिजल्ट आने से पहले पेपर लीक हो जाता है: डॉ. सुशील गुप्ता*
*चंडीगढ़, 28 अक्टूबर*
आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने खट्टर सरकार में लगातार नौकरी भर्ती की लीक होती परीक्षाओं पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार के 9 साल के कार्यकाल में 30 के करीब अलग अलग नौकरी भर्ती की परीक्षाएं लीक हो चुकी हैं। एक भी नौकरी की भर्ती बिना विवादों के संपन्न नहीं हुई है। प्रदेश के लाखों युवा हताश और निराश हैं। खट्टर सरकार ने युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेरने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार सुनियोजित तरीके से नौकरी भर्ती परीक्षा लीक करवाती है। युवाओं से एडवांस में पैसे लेकर नौकरी भर्ती की परीक्षा लीक करवाकर अलग से तैयारी करवाई जाती है। ऐसा सरकार में बैठे लोग अपने लोगों को एडजस्ट करने की मंशा से करते हैं। अभी तक की सभी नौकरी भर्ती की परीक्षाओं में ये खेल चल रहा हैं। वहीं आम घरों के युवा के सपने धरे के धरे रह जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इस कारण हरियाणा में बेरोजगारी चरम सीमा पर है। बेरोजगारी के मामले में हरियाणा देश में नंबर एक पर बना हुआ है। डी ग्रुप की ही परीक्षा में साढ़े 13 हजार पदों के लिए 13 लाख 75 हजार ने आवेदन किया था। इससे पता चलता है कि हरियाणा बेरोजगारों का प्रदेश बन गया है। खट्टर सरकार ने बेरोजगार युवाओं की फौज खड़ी करने का काम किया है। आज बेरोजगारी के कारण युवा विदेशों में पलायन करने को मजबूर हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार में एचएसएससी के चेयरमैन पर भी पेपर लीक के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जाती। अब तक 30 बार पेपर लीक होना एचएसएससी के चेयरमैन को भी सवालों के घेरे में खड़े करते हैं। प्रदेश के युवा दिन और रात तैयारी करके परीक्षा की तैयारी करते हैं और पेपर का रिजल्ट आने से पहले ही पेपर लीक हो जाता है, परीक्षा रद्द कर दी जाती है या मामला कोर्ट में चला जाता है। युवा ओवरएज हो जाते हैं, ऐसी खराब स्थिति हरियाणा के अलावा देश में कहीं नहीं है।
उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार की युवाओं के प्रति उदासीनता पूरा हरियाणा देख रहा है, अगर अब भी कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन पर कोई कार्रवाई नहीं होती तो ये साबित हो जाएगा कि सरकार और कर्मचारी चयन आयोग की मिलीभगत से युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।