Monsoon Session 2023: लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने दो दिन बाद गुरुवार 3 अगस्त को दोपहर 2 बजे सदन की कार्यवाही का संचालन किया। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों ने उनसे मुलाकात कर सदन की जिम्मेदारी संभालने के लिए मनाया। विपक्षी सभी सांसदों ने एक सुर में सदन की मर्यादा रखने और आसन का सम्मान करने का आश्वासन दिया, तब जाकर स्पीकर कुर्सी पर आए।
Monsoon Session 2023: मणिपुर हिंसा और दिल्ली सेवा विधायक को लेकर इस मानसून सत्र रोज हंगामा हो रहा है जिस वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही को रोकना पड़ रहा था। दोनों सदन के अध्यक्ष इसे लेकर काफी नाराज दिखे थे। इसी बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला कई दिनों से सदन नहीं आ रहे थे। लेकिन आज गुरुवार (3 अगस्त) को दोपहर 2 बजे सदन की कार्यवाही का संचालन करना शुरू कर दिया। इसके पीछे की वजह यह है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों ने उनसे मुलाकात कर सदन की जिम्मेदारी संभालने के लिए मनाया। विपक्ष के सभी सांसदों ने एक सुर में उन्हें सदन में मर्यादा बनाए रखने और आसन का सम्मान करने का आश्वासन दिया। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ने सांसदों से कहा कि सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलने दिया जाए। बता दें कि बुधवार (2 अगस्त) को ओम बिरला ने कहा था कि सदन में अनुशासन बहाल होने तक वह स्पीकर की कुर्सी पर नहीं आएंगे। उन्होंने सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों को इस फैसले के बारे में बताया था। मंगलवार को लोकसभा में हुई शोर-शराबे के बाद से स्पीकर ओम बिरला काफी नाराज थे।
नेताओं ने मुलाकात कर स्पीकर को मनाया
ओम बिड़ला से मुलाकात के दौरान सभी नेताओं ने एक सुर में सदन को मर्यादा और चेयर का सम्मान करने का आश्वासन दिया। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी से सदन की करवाई सुचारू रूप से चलाने के लिया कहा। सभी सांसदों के आश्वासन के बाद आज दोपहर दो बजे से लोकसभा अध्यक्ष लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी बैठे और सदन की कार्यवाही का संचालन किया।
सांसदों से क्यों नाराज हुए थे बिरला?
संसद के अधिकारियों की माने तो स्पीकर ओम बिरला मंगलवार को लोकसभा में विधेयकों के पारित होने के दौरान विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों के व्यवहार से नाराज थे। अधिकारियों ने ये भी बताया कि विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों को संसद में बार-बार होने वाले रुकवाट पर अध्यक्ष की नाराजगी से अवगत कराया गया था।