हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि किसी भी समाज की प्रगति में वहां की महिलाओं का योगदान सर्वाधिक महत्वपूर्ण होता है। जब महिलाएं आगे बढ़ती हैं, तो परिवार, समाज और देश सब आगे बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास और गर्व है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के 2047 के विकसित भारत में अगर किसी का सबसे बड़ा योगदान होगा तो वो इस देश की माताओं बहनों बेटियों का होगा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज पंचकूला में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय महिला सम्मान समारोह में मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी और स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव भी उपस्थित थी। मुख्यमंत्री ने परम्परागत दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
*महिलाओं को विशेष दिनों में मिलने वाली छुट्टियों में की गई बढ़ोतरी*
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने महिला दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए महिला कल्याण की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के कार्यालयों में नियमित महिला सरकारी कर्मचारियों को अब प्रतिवर्ष 20 की बजाय 25 छुट्टियां मिलेंगी। इसी प्रकार हरियाणा कौशल रोजगार निगम में काम कर रही महिला कर्मियों को प्रतिवर्ष 10 छुट्टियां मिलती थी। अब इन वार्षिक अवकाश के अलावा महिला कर्मचारियों को प्रतिमाह एक अतिरिक्त छुट्टी दी जाएगी। इस तरह इन कर्मचारियों को 10 की बजाय 22 छुट्टियां मिलेगी। उन्होंने घोषणा की कि प्रदेश की महिलाओं को डेयरी इकाइयां स्थापित करने के लिए 1 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जाएगा। श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हमने हरियाणा में महिला कृषि वृद्धि योजना शुरू करके कृषि परिवारों में महिलाओं की पशुधन पालन, मधुमक्खी पालन, झोंगा पालन, डेयरी फार्मिंग और अन्य कृषि उद्यम जैसी गतिविधियों के लिए ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करने का संकल्प लिया था।
*मुख्यमंत्री ने की तीन नए पोर्टलों की शुरूआत*
इसके अलावा श्री नायब सिंह सैनी ने ऑनलाइन माध्यम से प्रदेश में 44 नए आंगनबाड़ी केंद्रों का उद्घाटन और बाल भवन चरखी दादरी का शिलान्यास किया। साथ ही उन्होंने घरेलू हिंसा शिकायत पंजीकरण और निगरानी के लिए पोर्टल, आपकी बेटी-हमारी बेटी के लिए एमआईएस पोर्टल और एसएनपी मांग और आपूर्ति पोर्टल का शुभारंभ किया।
*लैंगिक समानता को एक नारा नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन का रूप देना होगा*
उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता केवल महिलाओं का मुद्दा नहीं है, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है। जब हम महिलाओं को आगे बढ़ने के अवसर देते हैं, तो पूरा समाज आगे बढ़ता है। जब महिलाओं को सम्मान अवसर और समान अधिकार मिलते हैं, तब एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण होता है।
*मुख्यमंत्री ने लिंगानुपात व पोषण सुधार में उल्लेखनीय कार्य करने वाले इन जिलों को किया सम्मानित*
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने लिंगानुपात में सुधार हेतु जिलों को राज्य स्तरीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया। करनाल और यमुनानगर जिले को संयुक्त रूप से पहला पुरस्कार प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री ने करनाल के उपायुक्त श्री उत्तम सिंह और यमुनानगर के उपायुक्त श्री पार्थ गुप्ता को 2.50-2.50 लाख रुपये की राशि देकर सम्मानित किया। जिला महेंद्रगढ़ को द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर उपायुक्त डाॅ विवेक भारती को 3 लाख रुपये और जिला भिवानी को तृतीय स्थान प्राप्त करने पर उपायुक्त श्री महावीर कौशिक को 2 लाख रुपये पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों की पोषण स्थिति में अधिकतम सुधार लाने के लिए तीन सर्वश्रेष्ठ जिलों को पोषण पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने उपायुक्त यमुनानगर को प्रथम, उपायुक्त कुरुक्षेत्र को द्वितीय तथा उपायुक्त भिवानी को तृतीय स्थान प्राप्त करने के लिए क्रमश 2 लाख रुपये, एक लाख रुपये तथा 50 हजार रुपये की राशि प्रदान की।
मुख्यमंत्री ने जिला करनाल की श्रीमती शांता रंगा को 5 लाख रुपये की राशि का श्रीमती सुषमा स्वराज पुरस्कार, जिला हिसार की कुमारी बाला वर्मा और जिला जींद की रेखा रानी धीमान को 1.50-1.50 लाख रुपये की राशि के इंदिरा गांधी महिला शक्ति पुरस्कार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को नकद पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया।