Chandigarh Mayor Election 2025 Result: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने गुरुवार को हुए चंडीगढ़ नगर निगम महापौर चुनाव में जीत हासिल की. वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) समर्थित कांग्रेस के प्रत्याशियों ने वरिष्ठ उपमहापौर और उपमहापौर पद अपने नाम किया. महापौर चुनाव के लिए मुकाबला बीजेपी और आप-कांग्रेस गठबंधन के बीच था. आप ने महापौर पद के लिए अपना प्रत्याशी उतारा था, जबकि कांग्रेस ने वरिष्ठ उपमहापौर और उपमहापौर पदों के लिए अपने प्रत्याशी उतारे थे.
आप-कांग्रेस गठबंधन को झटका देते हुए बीजेपी की हरप्रीत कौर बबला ने आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार प्रेम लता को हरा दिया. बबला को 19 और लता को 17 मत मिले. इस चुनाव में कोई भी मत अवैध नहीं पाया गया. पीठासीन अधिकारी रमणीक सिंह बेदी ने महापौर पद के परिणाम की घोषणा की. कांग्रेस उम्मीदवार तरुणा मेहता ने बीजेपी उम्मीदवार लखबीर सिंह बिल्लू को हराकर उपमहापौर के पद पर जीत हासिल की. मेहता को 19 और बिल्लू को 17 मत मिले.
मतदान के दौरान हुई क्रॉस वोटिंग
महापौर पद के लिए हुए चुनाव में आप-कांग्रेस गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा जबकि दोनों दलों के पास 20 मत थे, लेकिन इसके बावजूद वे जीत नहीं पाए. चंडीगढ़ नगर निगम में सदस्यों की संख्या 35 है. जबकि चुनाव में जीत हासिल करने के लिए कुल 19 मतों की आवश्यकता होती है. महापौर पद के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार को मिली जीत से पता चलता है कि मतदान के दौरान क्रॉस वोटिंग हुई थी.
पिछली बार बदला था नतीजा
चंडीगढ़ नगर निगम के 35 सदस्यीय सदन में आप के 13 पार्षद हैं और उसकी सहयोगी कांग्रेस के छह पार्षद हैं. वहीं बीजेपी के पार्षदों की संख्या 16 है. इसके अलावा चंडीगढ़ के सांसद को निगम के पदेन सदस्य के रूप में मतदान करने का अधिकार भी है. बता दें पिछले साल 20 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ महापौर चुनाव के उस नतीजे को पलट दिया था, जिसमें बीजेपी उम्मीदवार की जीत हुई थी.
कोर्ट ने उस चुनाव में हारे हुए आप-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीप कुमार को नया महापौर घोषित कर दिया था. साथ ही चुनाव के संचालन में गंभीर खामियां पाए जाने के बाद चुनाव अधिकारी और बीजेपी नेता अनिल मसीह के खिलाफ उनके दुर्व्यवहार के लिए मुकदमा चलाने का भी आदेश दिया गया था.
बीजेपी ने क्या कहा?
महपौर पद के परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी की चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष जितेन्द्र पाल मल्होत्रा ने कहा कि उन्हें विश्वास था कि उनकी पार्टी की जीत होगी. वहीं कांग्रेस की चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह लकी ने स्वीकार किया कि चुनाव में क्रॉस वोटिंग हुई. उन्होंने कहा कि वह आप उम्मीदवार प्रेम लता की हार से परेशान हैं.
क्रॉस वोटिंग के बारे में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने भी यह किया है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह हमारी पार्टी से हो या आप से और हम उसे पार्टी से बाहर निकाल देंगे. गुरुवार को दोपहर 11:20 बजे से 12:19 बजे तक सीक्रेट वोटिंग हुई. सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक सेवानिवृत्त न्यायाधीश जयश्री ठाकुर की निगरानी में चुनाव संपन्न हुआ.