अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने सिरसा के दक्षिण बाइपास निर्माण को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखकर कहा कि इसके निर्माण से एक ओर जहां सिरसा शहर को यातायात जाम से निजात मिलेगी वहीं राजस्थान की ओर आने-जाने वाले वाहन चालकों को आसानी होगी। साथ ही यह बाइपास बाद में जालंधर-तारानगर हाईवे का हिस्सा बन जाएगा।
कुमारी सांसद कुमारी सैलजा ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को लिखे पत्र में कहा है कि उनके लोकसभा क्षेत्र सिरसा में दक्षिणी बाइपास का प्रस्ताव पिछले कई वर्षों से सरकार के समक्ष सक्रिय रूप से विचाराधीन है। हिसार, बरनाला-डबवाली, बरनाला-मानसा और फतेहाबाद से सिरसा होते हुए राजस्थान के नोहर, भादरा, हनुमानगढ़ और सिरसा से ऐलनाबाद जाने वाले वाहनों को सिरसा शहर के बीच से होकर गुजरना पड़ता है, जिसके कारण शहर में हमेशा ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे वाहन चालकों के साथ-साथ आम नागरिकों को भी काफी असुविधा होती है। यहां तक कि कई बार एंबुलेंस भी इस जाम में फंस जाती है, जिससे मरीज की कीमती जान खतरे में पड़ जाती है।
कुमारी सैलजा ने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने वर्ष 2018 में गांव बाजेकां (सिरसा) से जमाल (सिरसा) तक मिनी बाईपास (साउथ बाईपास) बनाने की घोषणा की थी साथ ही सरकार ने इसके लिए 10 करोड़ रुपए की राशि भी स्वीकृत की थी, लेकिन अधिकारियों ने इसे अपनी रिपोर्ट में इसे नकार दिया। ऐसी स्थिति में समस्या अभी भी बनी हुई है। सिरसा के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुमारी सैलजा ने केंद्रीय मंत्री से कहा है कि इस परियोजना को नए सिरे से शुरू किया जाए तथा व्यापक जनहित में प्रस्तावित साउथ बाइपास को शीघ्र स्वीकृत किया जाए ताकि आम जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो। यह परियोजना बाद में जालंधर-तारानगर हाईवे का हिस्सा बन जाएगी।
फोटो कुमारी सैलजा