MUDA case: मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) में साइट आवंटन से संबंधित कथित घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी बीएम पार्वती और कर्नाटक के मंत्री बिरथी सुरेश को पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है।
पार्वती को मंगलवार, 28 जनवरी को बेंगलुरु के शांति नगर में ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में पेश होने का निर्देश दिया गया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि शहरी विकास और नगर नियोजन मंत्री सुरेश को कब बुलाया गया था।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती बी.एम. और शहरी विकास मंत्री बिरथी सुरेश मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) साइट आवंटन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच से बच नहीं सकते।
पार्वती पर आरोप है कि ‘उन्होंने केसारे गांव में अपनी तीन एकड़ और 16 गुंटा जमीन के बदले मैसूर के पॉश इलाके में MUDA से 14 साइट्स हासिल की हैं। इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप शामिल हैं, जिसकी जांच लोकायुक्त पुलिस और ईडी दोनों कर रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने टिप्पणी की, “मुख्यमंत्री की पत्नी और बिरथी सुरेश जांच एजेंसी से बच नहीं सकते।”
राजनीतिक प्रेरणा पर सवाल
विजयेंद्र ने शिवकुमार की प्रतिक्रिया पर टिप्पणी करते हुए कहा, “मैं शिवकुमार के चेहरे पर मुस्कान देख सकता था।” विजयेंद्र ने यह भी बताया कि उनके पास ऐसी जानकारी है कि लोकायुक्त पुलिस ने सिद्धारमैया और अन्य लोगों को दोषमुक्त करते हुए उच्च न्यायालय में क्लोजर रिपोर्ट पेश की है। हालांकि सिद्धारमैया ने सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि यह सबकुछ राजनीति से प्रेरित है।