चंडीगढ़ : बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही हरियाणा की बरोदा विधानसभा सीट पर उपचुनाव भी होने हैं। जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने पहलवान योगेश्वर दत्त को मैदान में उतारा है। इस सीट पर 3 नवंबर को मतदान होना है, जबकि 16 अक्टूबर नामांकन की आखिरी तारीख है। योगेश्वर अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं, साथ ही उनसे हरियाणा के युवा काफी प्रभावित भी होते हैं। ऐसे में वो विपक्षी दलों के प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर देंगे।
दरअसल 2019 के विधानसभा चुनाव में योगेश्वर दत्त ने बीजेपी के टिकट पर बरोदा से ही चुनाव लड़ा था। उस दौरान वो हार गए थे, लेकिन उनका प्रदर्शन काफी अच्छा था। बरोदा क्षेत्र पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ के रूप में देखा जाता है, इसके बावजूद 37726 वोटों के साथ योगेश्वर दूसरे नंबर पर थे। अब इस सीट पर हो रहे उपचुनाव में भी बीजेपी ने योगेश्वर पर दांव लगाया है। वो शुक्रवार या शनिवार को अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
आपको बता दें कि बरोदा विधानसभा सीट से विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा का अप्रैल में निधन हो गया था। वो लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे। उन्होंने 2019 के विधानसभा चुनाव में पहलवान योगेश्वर दत्त को हराया था। ये उनकी विधानसभा चुनाव में छठी जीत थी। उनके निधन के बाद से ही ये सीट खाली थी। अब बिहार विधानसभा चुनाव के साथ ही हरियाणा की इस सीट पर उपचुनाव भी हो रहे हैं। जिसके लिए 3 नवंबर को वोटिंग होगी, जबकि 10 नवंबर को रिजल्ट आएगा।
पिछले साल ज्वाइन की थी बीजेपी
ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने पिछले साल ही बीजेपी ज्वाइन की थी। उस दौरान उन्होंने कहा था कि वो पीएम मोदी के काम से काफी प्रभावित हैं। उन्होंने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर सही फैसला लिया है। इसके अलावा उन्होंने मनोहर लाल खट्टर की भी जमकर तारीफ की थी। उनके मुताबिक वो सीएम खट्टर की ईमानदारी से काफी ज्यादा प्रभावित हैं। उन्होंने राजनीति में आने का मकसद लोगों की सेवा करना बताया था।