चंडीगढ़ : हरियाणा के स्वास्थ्य, आयुष एवं गृहमंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि राज्य में योग को बढ़ावा देने के लिए योगासनों को प्राथमिकता के आधार पर खेलों की सूची में शामिल करने हेतु सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की है।
आयुष मंत्री ने हरियाणा योग परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इसके लिए परिषद को अपने कार्यों, भावी कार्य योजनाओं के नीति निर्धारण पर बल देना चाहिए ताकि हरियाणा को योग में एक मॉडल स्टेट बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि योग को शिक्षा के पाठ्यक्रम में भी शामिल करने तथा प्रदेश में विश्व स्तरीय ध्यान योग केन्द्र स्थापित करने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय शहरी निकाय विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि वे सभी शहरों में योगशालाओं के निर्माण को प्राथमिकता दें ताकि राज्य का प्रत्येक नागरिक योग से लाभ उठा सके।
श्री विज ने कहा कि प्रदेश में इस समय 594 योग एवं व्यायामशालाएं स्थापित हो चुकी हैं। इनके अलावा अन्य पर निर्माण कार्य अन्तिम चरण में चल रहा है। इसके साथ ही परिषद के अधिनियम तथा ‘लोगो’ को भी शीघ्र ही स्वीकृति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा योग परिषद का नाम बदल कर हरियाणा योग आयोग करने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही 26 जनवरी और 15 अगस्त पर राज्य के सभी सरकारी कार्यक्रमों में सूर्य नमस्कार आसन की प्रस्तुति करने पर भी विचार किया जाएगा।
विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा ने कहा कि योग परिषद को प्रत्येक माह का कार्यक्रम तय करना चाहिए ताकि उचित प्रचार-प्रसार किया जा सके। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों का पूरी तरह पालन करते हुए योग को जन-जन तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही राज्य की सभी योग कक्षाओं का पूरा रिकार्ड रखा जाएगा।
योग परिषद के चेयरमैन डॉ. जयदीप आर्य ने कहा कि उत्तम स्वास्थ्य के लिए योग का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। उन्होंने कहा कि परिषद द्वारा गत दिनों अन्तर्राष्ट्रीय वेबीनार तथा 26 जनवरी पर विद्यार्थियों को योगासन करवाए गए। इन कार्यक्रमों में लाखों लोगों तथा विद्यार्थियों ने भाग लिया।
बैठक में आयुष महानिदेशक श्री अतुल कुमार द्विवेदी, खेल विभाग के निदेशक एस एस फूलिया, पंचायत विभाग के निदेशक सुशील सारवान, सहित स्थानीय शहरी निकाय विभाग तथा शिक्षा विभाग के अनेक अधिकारी उपस्थित थे।