Gurpatwant Singh Pannun: डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। इस समारोह में देश-दुनिया के कई मेहमान पहुंचे थे। इस शपथ ग्रहण समारोह में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू भी पहुंचा।
पन्नू का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पन्नू को समारोह के लिए न्योता नहीं भेजा गया था बल्कि वह टिकट खरीद कर शपथ ग्रहण में पहुंचा था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पन्नू शपथ ग्रहण के दौरान ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया के मंच पर मौजूद होने के समय खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाते हुए दिखाई दे रहा है।
जब ट्रंप के समर्थकों की भीड़ “यूएसए, यूएसए” के नारे लगा रही थी, उस समय पन्नू खालिस्तान के पक्ष में नारेबाजी करने लगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पन्नू को इस बड़े आयोजन में निमंत्रण नहीं दिया गया था, बल्कि उसने टिकट खरीदकर इसमें हिस्सा लिया। शपथ ग्रहण के दौरान उसने ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए।
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पन्नू की मौजूदगी पर उठे सवाल
वीडियो सामने आने के बाद भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स ने सवाल उठाए हैं कि भारतीय नेताओं और राजनयिकों को धमकियां देने वाले पन्नू जैसे आतंकी को ऐसे हाई-प्रोफाइल इवेंट में शामिल होने की अनुमति कैसे मिली।
एक यूजर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “गुरपतवंत सिंह पन्नू जैसे चरमपंथी को इतने बड़े कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति कैसे मिल गई? क्या CIA और FBI ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और अन्य गणमान्य लोगों की सुरक्षा को लेकर कोई आकलन नहीं किया? ये बेहद चौंकाने वाला है।” कौन है गुरपतवंत सिंह पन्नू? गुरपतवंत सिंह पन्नू ने अमेरिका को अपना ठिकाना बना लिया है और वहीं से वह भारत को धार्मिक आधार पर बांटने और अलग-अलग देश बनाने की साजिश रचता है। पन्नू के खिलाफ भारत के कई राज्यों में एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं, जो उसकी देश-विरोधी गतिविधियों की गंभीरता का प्रमाण हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) 2019 से पन्नू की तलाश कर रही है। उस पर पंजाब और पूरे भारत में डर और आतंक फैलाने वाले आतंकी हमलों को बढ़ावा देने और योजनाबद्ध तरीके से अंजाम देने का आरोप है। 2022 में भारतीय सरकार ने उसे आधिकारिक तौर पर आतंकवादी घोषित किया।