नई दिल्ली : नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा है कि 21 मई को घरेलू उड़ानों की इकोनॉमी क्लास की सीटों के लिए सतय की गई कम किराया सीमाएं अब प्रीमियम इकोनॉमी श्रेणी की सीटों पर भी लागू होंगी। हालांकि, 5 अक्टूबर को मंत्रालय के आदेश के मुताबिक, इकोनॉमी क्लास की सीटों के लिए सरकार द्वारा निर्धारित ऊपरी किराया सीमा प्रीमियम इकोनॉमी क्लास की सीटों पर लागू नहीं होगी। आपको बता दें कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 21 मई को उड़ान अवधि के आधार पर वर्गीकृत सात बैंडों के माध्यम से घरेलू हवाई किराए पर ऊपरी और निचली सीमाएं 24 अगस्त तक रखी थीं फिर बाद में, इसे 24 नवंबर तक बढ़ा दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 25 मई को न्यूनतम और अधिकतम सीमा के साथ हवाई किराए के सात बैंड जारी किए थे। पहले बैंड में 40 मिनट से कम दूरी वाली फ्लाइट्स को रखा गया था। इसके लिए किराए की न्यूनतम और अधिकतम सीमा क्रमश: 2000 रुपये और 6000 रुपये तय की गई थी। इसके बाद 40 से 60 मिनट, 60 से 90 मिनट, 90 से 120 मिनट, 120 से 150 मिनट, 150 से 180 मिनट और 180 से 210 मिनट की बैंड तय की गई थी।
40 से 60 मिनट की फ्लाइट्स के किराए का न्यूनतम और अधिकतम बैंड 2500 से 7500 रुपये है। 60 90 मिनट के लिए 3000 से 9000 रुपये, 90 से 120 मिनट के लिए 3500 से 10,000 रुपये, 120 से 150 मिनट के लिए 4500 से 13000 रुपये, 150 से 180 मिनट के लिए 5500 से 15700 रुपये और 180 से 210 मिनट के लिए 6500 रुपये से 18,600 रुपये की लिमिट तय की गई है।