आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता ने लोहारू के एक गांव में छात्रा के आत्महत्या के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को घेरा। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा ये बेहद ही दुखद खबर है कि एक बेटी को कॉलेज की फीस न भर पाने के कारण पेपर से वंचित होकर आत्महत्या करनी पड़ी।
उन्होंने हरियाणा सरकार से कहा पहले कानून था कि दलित बच्चे की स्कोलरशिप सीधे स्कूल और कॉलेज में आती थी और बच्चे को फीस नहीं देनी पड़ती थी। फिर बीजेपी सरकार ने कानून बनाया कि छात्र पहले काॅलेज में फीस देगा उसके बाद सरकार उसकी फीस को वापस कर देगी। लेकिन सरकार दो तीन साल तक फीस वापस नहीं करती। जिस कारण दलित बच्चे या तो शिक्षा से वंचित हो जाते हैं या इस बच्ची की तरह आत्महत्या कर लेते हैं।
उन्होंने कहा ये जांच का विषय है कि आरोप क्या है, लेकिन पीड़ित परिवार जो कहता है उसको समझ कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और हरियाणा सरकार को अपने सिस्टम को दुरुस्त करना चाहिए। जो बच्चा कॉलेज जाता है उसको एडवांस में देनी चाहिए। जब सरकार को फीस देनी ही है तो दो तीन साल तक क्यों लटकाते हैं। इस स्कोलरशित को भ्रष्टाचार के भेंट क्यों चढ़ाते हैं।