अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, उत्तराखंड की प्रभारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा लोकसभा की सांसद कुमारी सैलजा ने सोमवार को खनोरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की, वो 28 दिनों से अनशन पर हैं लेकिन भाजपा सरकार की तरफ से कोई भी मिलने नहीं आया है। भाजपा ने भारत-पाकिस्तान जैसा माहौल बना दिया गया है, लोग आ-जा नहीं सकते। किसान अपनी आवाज सुनाने के लिए दिल्ली तक नहीं पहुंच सकते। कुमारी सैलजा ने कहा कि ठंड बढ़ी हुई है, बरसात हो रही है, लेकिन किसान मजबूर होकर यहां बैठा है। पर सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं है, कोई न्योता नहीं है। किसान की उन्हें कोई चिंता नहीं है। मजदूर और गरीब की भी उन्हें कोई चिंता नहीं है। उन्हें केवल अपने बड़े धनाढय साथियों की चिंता है। किसानों की समस्याओं को लेकर हम सभी चिंतित हैं पर सरकार का किसानों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं है। हम सब चाहते हैं कि एमएसपी को कानूनी दर्जा मिले, लेकिन सरकार की ओर से कोई पहल नहीं हो रही है। सरकार ने हालात इतने बिगड़ने दिए हैं कि 28 दिन में किसानों का हालचाल पूछने कोई नहीं आया है। कोर्ट क्यों बीच में आता है, कोर्ट को बीच में आना पड़ता है क्योंकि यह सरकार सुनती नहीं, रास्ते रोकती है, हरियाणा-पंजाब बॉर्डर को भारत-पाकिस्तान बनाया हुआ है। किसान अपनी आवाज सुनाने के लिए दिल्ली तक पहुंच नहीं सकते। ऐसे ठंड के मौसम में किसान मजबूर होकर बैठा है। सरकार को किसान की जरा भी चिंता नहीं है। कुमारी सैलजा ने कहा कि दिल्ली किसान आंदोलन को समाप्त करते वक्त सरकार ने किसानों से वादा किया था कि उनकी मांगों को मान लिया जाएगा पर अब तक उन मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई इसी लिए किसान सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ फिर से आंदोलन करने को मजबूर हो रहे हैं। उनको दिल्ली भी नहीं जाने दिया जा रहा।