GST Council Meeting: जैसलमेर में शनिवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में 55वीं जीएसटी काउंसिल की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में प्रमुख फैसले लिए गए, जिनका प्रभाव रोजमर्रा की आवश्यकताओं जैसे पॉपकॉर्न, पुरानी कारों, समृद्ध चावल, कॉर्पोरेट प्रायोजन और दंडों पर पड़ेगा।
इस बैठक में हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर टैक्स घटने की उम्मीद थी, लेकिन इस पर फैसला टाल दिया गया है और अब इस पर जीओएम (GoM) की मीटिंग जनवरी में होगी।
क्या सस्ता होगा?
कई वस्तुओं और सेवाओं पर जीएसटी दरों में कमी की गई है, जिससे उपभोक्ताओं को वित्तीय राहत मिलेगी: 1. समृद्ध चावल कर्नल (FRK): सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत आपूर्ति होने पर FRK पर GST दर 5% कर दी गई है, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए पोषण सस्ता होगा।
2. जीन थेरेपी: जीन थेरेपी को GST से पूरी तरह से मुक्त कर दिया गया है, जिससे उन्नत चिकित्सा उपचार अधिक सुलभ होंगे।
3. नि:शुल्क वितरण के लिए खाद्य तैयारियाँ: सरकार की योजनाओं के तहत नि:शुल्क वितरण के लिए आपूर्ति होने वाली खाद्य सामग्रियों पर अब 5% GST लगेगा।
4. लॉन्ग रेंज सर्फेस-टू-एयर मिसाइल (LRSAM) असेंबली सिस्टम्स: LRSAM निर्माण के लिए उपयोग किए जाने वाले सिस्टम्स, उप-सिस्टम्स और उपकरणों पर IGST की छूट दी गई है, जिससे रक्षा क्षेत्र को लाभ होगा।
5. IAEA के लिए निरीक्षण उपकरण: अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) द्वारा निरीक्षण के लिए आयातित उपकरणों और उपभोग्य सामग्रियों पर IGST की छूट दी गई है।
6. काली मिर्च और किशमिश (प्रत्यक्ष बिक्री): कृषक द्वारा सीधे बेची जाने वाली काली मिर्च और किशमिश पर GST नहीं लगेगा, जिससे कृषि उत्पादकों को राहत मिलेगी। क्या महंगा होगा? कुछ वस्तुओं और सेवाओं पर GST दरें बढ़ाई गई हैं, जिससे उपभोक्ताओं के लिए लागत में वृद्धि होगी: