No-confidence vote against Trudeau Govt: खालिस्तानियों के लिए भारत से पंगा लेने से भी परहेज नहीं करने वाले कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को अब खालिस्तानियों ने ही सबसे बड़ा धोखा दिया है और कनाडा की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह ने शुक्रवार को घोषणा की, कि अगले साल संसद के फिर से शुरू होने पर वे प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे।
जगमीत सिंह ने एक खुले पत्र में अपने इस कदम की घोषणा की है, जिसके तहत विपक्षी दलों के एकजुट होने पर ट्रूडो की अल्पसंख्यक लिबरल सरकार गिर सकती है। सरकार की हार से चुनाव की स्थिति पैदा होगी, जिससे प्रधानमंत्री के रूप में ट्रूडो का नौ साल का कार्यकाल समाप्त हो सकता है।
संसद अभी शीतकालीन अवकाश पर है और 27 जनवरी को सांसदों के वापस आने तक, प्रस्ताव को औपचारिक रूप से पेश नहीं किया जा सकता है।
गिर सकती है जस्टिन ट्रूडो की सरकार
जगमीत सिंह ने कहा, “हम हाउस ऑफ कॉमन्स की अगली बैठक में अविश्वास प्रस्ताव पेश करेंगे।” इस सप्ताह की शुरुआत में अपने वित्त मंत्री के अचानक इस्तीफे के बाद बढ़ते दबाव का सामना कर रहे ट्रूडो शुक्रवार (19 दिसंबर) को अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं। प्रधानमंत्री के करीबी एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, कि ट्रूडो छुट्टियों का उपयोग अपने राजनीतिक भविष्य पर विचार करने के लिए कर रहे हैं और जनवरी से पहले कोई घोषणा करने की संभावना नहीं है।
पिछले 18 महीनों के ओपिनियन पोल्स ने लिबरल पार्टी के खिलाफ मतदाताओं के रूझान को सामने लाया है, जिससे पता चलता है कि पार्टी को चुनाव में भारी हार का सामना करना पड़ेगा। जबकि अगला संघीय चुनाव, कानूनन अगले साल अक्टूबर के अंत में निर्धारित है और पूरी संभावना है, कि उससे पहले जस्टिन ट्रूडो की सरकार गिर जाएगी।
हाउस ऑफ कॉमन्स में अल्पमत वाली लिबरल पार्टी ने सरकार चलाने के लिए जगमीत सिंह की न्यू डेमोक्रेट पार्टी के समर्थन पर भरोसा किया है। सिंह की घोषणा ट्रूडो के नेतृत्व के प्रति उनकी पार्टी के असंतोष को उजागर करती है। वहीं, आपको जानकर हैरानी होगी, कि जगमीत सिंह, जो एक खालिस्तानी नेता है, उसे ही अपनी पार्टी के साथ बनाए रखने के लिए जस्टिन ट्रूडो ने भारत के साथ संबंध खराब तक कर लिए। जगमीत सिंह पहले ट्रूडो की सरकार में शामिल थे, लेकिन बाद में वो सरकार से अलग हो गये, लेकिन संसद में जब जब ट्रूडो के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, तब तब जगमीत सिंह ने ट्रूडो की सरकार के पक्ष में मतदान कर उनकी सरकार गिरने से बचा ली। लेकिन, अब जगमीत सिंह ने अपने पत्र में कहा है, कि “लिबरल एक और मौका पाने के हकदार नहीं हैं। यही कारण है कि एनडीपी इस सरकार को गिराने के लिए मतदान करेगी।” जगमीत सिंह ने ट्रूडो की आलोचना करते हुए कहा, कि वे बड़े व्यवसाय से अत्यधिक प्रभावित हैं, उनका कहना है कि यह भावना केंद्र-वाम मतदाताओं को अलग-थलग कर देती है, जिन्हें दोनों पार्टियाँ आकर्षित करना चाहती हैं।