Jaipur CCTV Footage: राजस्थान के जयपुर में अजमेर हाईवे पर भांकरोटा में दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास 20 दिसंबर 2024 को शुक्रवार सुबह करीब छह बजे हुई एलपीजी गैस टैंकर ब्लास्ट की घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें दिख रहा कि अचानक आग का गोला आता है और हर पेड़ तक जलकर राख हो जाते हैं। जयपुर टैंकर हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।
जयपुर भीषण हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, सीएम भजनलाल शर्मा सहित कई नेताओं ने दुख जताया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में पहुंचकर घायल के हाल जाने और डॉक्टरों को उचित दिशा-निर्देश दिए। सीएम ने घटनास्थल का मौका मुआयना भी किया। हादसा इतना भयंकर था कि लोगों के शवों की पहचान मुश्किल हो रही है। बिना हाथ-पैर के शव मिले हैं।
जयपुर टैंकर हादसा कैसे हुआ?
एलपीजी गैस से भरा टैंकर जयपुर-अजमेर हाईवे पर शुक्रवार सुबह पांच बजकर 45 मिनट पर रास्ते में भांकरोटा में दिल्ली पब्लिक स्कूल के यूटर्न ले रहा था। इसी दौरान एक कंटेनर ने टैंकर के टक्कर मार दी। टक्कर इतनी यह भंयकर थी कि टैंकर में जोरदार धमाका हुआ और उसमें भरी 18 टन एलपीसी गैस में रिसाव हो गया और टैंकर से बाहर आने के बाद गैस ने अपने आप पकड़ ली। करीब 600 मीटर दायरे को अपनी चपेट में ले लिया। 34 यात्रियों से भरी स्लीपर बस समेत करीब 35-40 वाहन जल गए। वाहनों में सवार 35 लोग झुलस गए और 11 लोगों की मौत हो गई।
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जयपुर टैंकर हादसा में मरने वालों को कितना मुआवजा?
पीएम नरेंद्र मोदी ने जयपुर टैंकर हादसे पर दुख जताते हुए आर्थिक मदद की घोषणा की। पीएमओ के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा कि ‘राजस्थान में जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुए हादसे में लोगों की मौत से गहरा दुख हुआ है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है। प्रत्येक मृतक के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।: प्रधानमंत्री’
जयपुर टैंकर हादसे का आंखों देखा हाल
प्रत्यक्षदर्शी मुकेश सैनी ने बताया कि वह जिस दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास टैंकर हादसा हुआ, उसमें बस चालक है। मुकेश सैनी बोला कि ‘मैं करीब पांच बजकर 40 मिनट पर स्कूल के गेट के पास बस खड़ी कर रहा था। तभी अचानक तेज धमाका हुआ। स्कूल से यह हादसा महज 150 मीटर दूर ही हुआ था। आसमान में तेज उजाला हो गया था। मैं बस खड़ी करके तुरंत मौके पर पहुंचा तो देखा कि 25-30 वाहनों में आग लगी हुई थी। चारों तरफ चीख-पुकार मची हुई थी। किसी के कुछ समझ नहीं आ रहा था कि कैसे लोगों को बचाया जाए?