India-US Trade Dispute: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 16 दिसंबर 2024 को स्पष्ट रूप से कहा कि अगर, कोई देश अमेरिकी उत्पादों पर उच्च टैरिफ लगाता है, तो अमेरिका भी उतना ही टैरिफ लगाएगा। भारत और ब्राजील जैसे देशों का उल्लेख करते हुए ट्रंप ने कहा कि उनकी नई व्यापार नीति ‘पारस्परिकता’ (Reciprocity) पर आधारित होगी।
ट्रंप ने कहा कि भारत कुछ अमेरिकी उत्पादों पर बहुत अधिक शुल्क लगाता है। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अगर, भारत अमेरिकी साइकिलों पर 100% शुल्क लेता है, तो अमेरिका भी भारतीय साइकिलों पर उतना ही शुल्क लगाएगा। ट्रंप ने आगे कहा कि निष्पक्षता महत्वपूर्ण है। अगर भारत हम पर 100% शुल्क लगाता है, तो हमें भी उनसे उतना ही लेना चाहिए।
ब्राजील और अन्य देशों पर टिप्पणी
भारत के साथ-साथ ट्रंप ने ब्राजील का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ये देश अमेरिकी उत्पादों पर अधिक शुल्क लगाते हैं, लेकिन अमेरिका उनसे कुछ भी नहीं लेता। उनकी योजना इन असमान व्यापारिक व्यवस्थाओं को खत्म करने की है।
नई व्यापार नीति का मुख्य बिंदु: पारस्परिकता
ट्रंप प्रशासन के वाणिज्य सचिव के रूप में नामित हॉवर्ड ल्यूटनिक ने भी इस नीति को दोहराया। उन्होंने कहा कि अमेरिका की नई व्यापार नीति का आधार पारस्परिकता होगा। उन्होंने कहा कि आप हमारे साथ जैसा व्यवहार करेंगे, हम आपके साथ वैसा ही व्यवहार करेंगे।
भारत-अमेरिका संबंधों पर क्या असर होगा?
डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान से भारत-अमेरिका व्यापारिक संबंधों में नए विवाद उभर सकते हैं। हालांकि निवर्तमान बाइडेन प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत बने रहेंगे। कर्ट कैंपबेल, उप विदेश मंत्री, ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच सहयोग, खासकर QUAD जैसे मंचों के माध्यम से, आने वाले समय में भी जारी रहेगा।