Delhi Today: दिल्ली की वायु गुणवत्ता फिर से खराब हो गई है, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 को पार कर गया है, जो इसे ‘गंभीर’ श्रेणी में रखता है। बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए अधिकारियों ने GRAP-IV प्रतिबंध लागू किए हैं।
37 निगरानी स्टेशनों में से 26 ने 400 से ऊपर AQI रीडिंग की सूचना दी। जहांगीरपुरी, आनंद विहार और बवाना सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से थे, जहां AQI का स्तर क्रमशः 466, 465 और 465 दर्ज किया गया।
प्रदूषण में वृद्धि का कारण पिछले दो दिनों में हवा की कम गति और 5 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान है। ये परिस्थितियां प्रदूषकों के फैलाव में बाधा डालती हैं। इस बीच, दिल्ली में दो महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों के चलते राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। इन चुनावों में लड़ने के लिए भाजपा के लगभग 2,000 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने आवेदन जमा किए हैं।
चुनाव को लेकर दिल्ली में सियासी सरगर्मी तेज है ऐसे में आज भी AAP, कांग्रेस और भाजपा के बीच बयानबाजी का दौर जारी रहने की उम्मीद है। चुनाव के मद्देनजर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी जहां नए-नए ऐलान कर के जनता को लुभाने में जुटी है वहीं विपक्षी दल AAP सरकार की कमियां निकलकर जनादेश अपनी ओर खींचने में जुटे हुए हैं। दिल्ली में बढ़ा राजनीतिक झुग्गी बस्तियों के विकास और मतदाता पंजीकरण को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच राजनीतिक टकराव सामने आया है। दिल्ली की झुग्गियों में रात भर रुकने वाले भाजपा के प्रचार अभियान के बाद आप ने उन पर झुग्गियों को गिराने और निवासियों को मतदाता सूची से हटाने का आरोप लगाया। अरविंद केजरीवाल ने भाजपा के कार्यों की आलोचना करते हुए कहा कि वे समर्थन का वादा करते हैं लेकिन बाद में झुग्गियों को तोड़ देते हैं। केजरीवाल ने भाजपा नेताओं पर आरोप लगाया कि उन्होंने पिछले पांच सालों में झुग्गियों को नष्ट करने के बाद उनका दौरा किया।
चुनाव की तैयारियां जोरों पर
आगामी चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नाम तय करने के लिए भाजपा ने जिलों में 14 केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किए हैं, जो उम्मीदवारों के नामों पर सलाह-मशविरा करेंगे। जिला प्रभारी, मंडल अध्यक्ष, प्रदेश प्रवक्ता और मंत्रियों की एक टीम इन पर्यवेक्षकों की सहायता करेगी। प्रत्येक जिले में उम्मीदवार चयन के बारे में करीब 80 लोगों से राय ली जाएगी। इस प्रक्रिया में एक या दो दिन में लगभग 2,000 आवेदनों पर विचार-विमर्श किया जा सकता है और फिर प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से तीन नामों को चुना जाता है। इन नामों को राज्य कोर कमेटी को भेजा जाएगा, ताकि एक या दो उम्मीदवारों को चुना जा सके और फिर उन्हें केंद्रीय चुनाव समिति को भेजा जा सके।
महिला सुरक्षा पर ध्यान
चुनावों से पहले, आप कानून और व्यवस्था के मुद्दों, खासकर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक्टिव नजर आ रही है। त्यागराज स्टेडियम में आयोजित ‘महिला अदालत’ कार्यक्रम के दौरान उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार भाजपा के विपरीत महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है। उन्होंने दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने के लिए अमित शाह की भी आलोचना की। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा में अपने प्रशासन की उपलब्धियों पर जोर दिया, जबकि सुरक्षा जिम्मेदारियों को संभालने में भाजपा की आलोचना की।
स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल पर साधा निशाना
हालांकि, आप के अंदरूनी घटनाक्रम में तनाव भी देखने को मिला। बागी राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने पूर्व सीएम केजरीवाल द्वारा महिला अदालत के आयोजन पर तंज करते हुए पूछा कि क्या वो इन अदालतों का जज बिभव कुमार को नियुक्त करेंगे।
आगामी चुनाव पर्यावरण चुनौतियों और राजनीतिक विवादों की पृष्ठभूमि में होने जा रहे हैं। जहां एक ओर राजनीतिक दल प्रदूषण के गंभीर स्तर और प्रतिद्वंद्वियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बीच चुनाव की तैयारियों में जुटे हैं, वहीं मतदाताओं को दिल्ली में नेतृत्व की प्राथमिकताओं के बारे में महत्वपूर्ण निर्णय लेने होंगे।