टीएमसी की चीफ और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का उत्तराधिकारी कौन होगा, इसका जवाब खुद ममता बनर्जी ने दिया है। ममता बनर्जी ने कहा कि मेरा उत्तराधिकारी कौन होगा, इसका फैसला सिर्फ मैं अकेले नहीं करूंगी बल्कि यह पार्टी का फैसला होगा। दरअसल इस तरह की रिपोर्ट सामने आई है कि टीएमसी के भीतर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के भीतर वरिष्ठ और युवा नेताओं के भीतर पॉवर वॉर चल रही है।
ममता बनर्जी ने अपने उत्तराधिकारी के सवाल के जवाब में एक इंटरव्यू में कहा कि मैं पार्टी नहीं हूं, हम पार्टी हैं। यह एक परिवार है, हम सभी मिलकर इसका फैसला लेंगे। इसके साथ ही ममता बनर्जी ने साफ किया कि टीएमसी अनुशासन से चलने वाली पार्टी है, यहां कोई अपनी मर्जी नहीं चला सकता है, किसी पर अधिकार नहीं जमा सकता है। यह पार्टी त करेगी कि लोगों के लिए क्या सबसे अच्छा है, हमारे पास विधायक हैं, सांसद हैं, बूथ वर्कर हैं, यह साझा प्रयास होगा।
युवाओं को बेहतर अवसर देने के साथ पार्टी के भीतर सामंजस्य बनाए रखने को लेकर ममता बनर्जी ने कहा कि हर कोई जरूरी है, बुजुर्ग, अनुभवी और युवा। आज के युवा कल के बुजुर्ग होंगे। हालांकि टीएमसी ने अभी तक ममता बनर्जी का उत्तराधिकारी घोषित नहीं किया है। रिपोर्ट की मानें तो वरिष्ठ और बुजुर्ग नेता ममता के पक्ष में हैं जबकि युवा पीढ़ि के नेता अभिषेक बनर्जी के समर्थन में हैं। अभिषेक बनर्जी को अभी तक उत्तराधिकारी घोषित नहीं किया गया है। अभिषेक बनर्जी टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव हैं, वह ममता बनर्जी के भतीजे हैं, माना जाता है कि वह पार्टी के भीतर काफी लोकप्रिय हैं, वह दूसरे दलों के नेताओं और पश्चिम बंगाल के युवाओं में भी काफी लोकप्रिय हैं। लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता उनपर अपनी शर्तों पर काम करने का आरोप लगाते हैं।
ममता बनर्जी खुलकर बोलने के लिए जानी जाती है। वह खुलकर अपनी बात को लोगों के सामने रखती हैं। पिछले चुनाव में जब एग्जिट पोल के आंकड़े उनके खिलाफ आए थे तो उन्होंने कहा था कि कुछ लोग कमरे में बैठकर आंकड़े तैयार करते हैं। बता दें कि प्रदेश में अगला विधानसभा चुनाव 2026 में होगा।