मणिपुर में जातीय हिंसा को रोकने के प्रयास लगातार जारी हैं। इस बीच हाल में हिंसा की घटनाओं के बीच इंडिया गठबंधन के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राज्य का दौरा करने का आग्रह किया है। अपने पत्र में उन्होंने ( इंडिया गठबंधन के नेताओं) पीएम के सामने तीन मांगें रखीं और पीएम को अवगत कराते हुए लिखा कि अशांति ने पूरे राज्य को तबाह कर दिया है, लगभग एक लाख मानव आबादी आंतरिक रूप से विस्थापित हो गई है और सैकड़ों मानव जीवन छीन लिए गए हैं।
इंडिया गठबंधन नेताओं की ओर से पीएम मोदी को भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि मणिपुर के लोग पीएम मोदी की आगमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। मणिपुर के INDIA गठबंधन के नेताओं ने पत्र में लिखा, “हम, मणिपुर के लोगों की ओर से और इंडिया ब्लॉक, मणिपुर की ओर से, आपको हमारे राज्य, मणिपुर की यात्रा के लिए आमंत्रित करते हैं, जो 3 मई, 2023 से लगभग 2 वर्षों से उथल-पुथल में है।”
इसके अलावा पत्र में लिखा गया, “अशांति ने पूरे राज्य को तबाह कर दिया है, लगभग एक लाख मानव आबादी आंतरिक रूप से विस्थापित हो गई है और सैकड़ों मानव जीवन छीन लिए गए हैं। हिंसा ने मणिपुर के लोगों में अभूतपूर्व दर्द, आघात, भय और पूर्ण असहायता के साथ उथल-पुथल को और बढ़ा दिया है।”
पत्र में तीन मांगें
इंडिया गठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों के नेताओं की ओर से पीएम मोदी को लिखे गए गए पत्र में कहा गया कि मणिपुर के लोग आपसे मणिपुर की धरती पर मिलने के लिए उत्सुक हैं। इसके अलावा पत्र के जरिए मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए जरूरी समाधान के तहत विपक्ष ने पीएम मोदी के सामने तीन मांगें रखी।
पहली मांग 2024 खत्म होने से पहले मणिपुर का दौरा करने की है। दूसरी मांग यह है कि अगर इस वर्ष पीएम मोदी के पास मणिपुर आने का समय नहीं है तो पीएम मणिपुर के सभी राजनीतिक दलों को अपने आधिकारिक नई दिल्ली आवास पर आमंत्रित करें।
वहीं पत्र के जरिए इंडिय गठबंधन के नेताओं ने अपनी तीसरी मांग में, इंडिया ब्लॉक ने कहा कि पीएम की मणिपुर के लोगों के साथ सीधी भागीदारी ही मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति ला सकती है।