Chandigarh News:पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल पर गोलियां चलाने के आरोपी नारायण सिंह चौड़ा को कोर्ट में पेश किया गया है। कोर्ट ने उसे तीन दिन का पुलिस रिमांड दिया है। आरोपी को कड़ी सुरक्षा में पेश किया गया और किसी भी प्रकार की चूक से बचने के लिए पुलिस ने पूरी सतर्कता बरती। चौड़ा कई आतंकवादी संगठनों से जुड़ा हुआ है और पाकिस्तान से भी उसके तार जुड़े हैं। उसने पहले कई अपराधों में सजा भुगती है और अवैध हथियारों की सप्लाई भी करता रहा है।
महिला का हंगामा: चौड़ा का समर्थन करने आई थी महिला कोर्ट में पेशी के दौरान एक महिला ने हंगामा किया। उसके हाथ में मिठाई का डिब्बा था, जिसे वह चौड़ा को देने आई थी। महिला ने डिब्बे को सिर पर रखकर अकाली नेताओं के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महिला ने चौड़ा का समर्थन करते हुए कहा कि वह यह मिठाई उसे देने आई थी।
बुधवार को हुआ था हमला
यह घटना बुधवार को हुई थी, जब चौड़ा ने स्वर्ण मंदिर के बाहर सुखबीर सिंह बादल पर फायरिंग की। हालांकि, इस हमले में बादल बाल-बाल बच गए और पुलिस ने चौड़ा को मौके पर ही पकड़ लिया। आरोपी के पास से पिस्टल भी बरामद की गई। यह हमला अकाल तख्त द्वारा सुखबीर बादल को ‘टंकारा’ (धार्मिक दंड) दिए जाने के बाद किया गया था। चौड़ा ने इस हमले को अकेले अंजाम दिया था और उसे पुलिस ने सादे कपड़ों में तैनात अधिकारियों से पकड़ा।
नारायण सिंह चौड़ा रहा है आतंकवादी
नारायण सिंह चौड़ा के खिलाफ कई गंभीर मामले चल रहे हैं, जिसमें 2004 के चंडीगढ़ बुरैल जेलब्रेक मामले में भी उसकी भूमिका रही थी। चौड़ा पाकिस्तान भी जा चुका है, जहां उसने उग्रवादियों के लिए हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी की थी। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि चौड़ा ने जुलाई में फेसबुक पर लिखा था कि अकाली दल को सिख समुदाय ने उसकी ‘गलतियों’ के कारण नकार दिया है और अब यह पार्टी ‘पंथ’ की दुश्मन बन गई है।
बिक्रम सिंह मजीठिया ने की अमृतसर पुलिस कमिश्नर की आलोचना
इस बीच, शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने अमृतसर पुलिस कमिश्नर की टिप्पणी की आलोचना की है, जिसमें कहा गया था कि पुलिस सुखबीर बादल पर हमले में “सहानुभूति कोण” की भी जांच कर रही है। मजीठिया ने आरोप लगाया कि पुलिस इस बयान से हमले की घटना में अपनी नाकामी को छिपाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अमृतसर में एक पुलिस अधीक्षक रैंक के अधिकारी ने 3 दिसम्बर को चौड़ा से हाथ मिलाया था, जो फुटेज में “मित्रवत” नजर आया। बहरहाल ,इस पूरे मामले में पुलिस की गहन जांच जारी है, और यह देखा जा रहा है कि चौड़ा को हथियार कहां से मिला। सभी एजेंसियां मामले की पारदर्शी जांच में शामिल हैं।