Mumbai: मुंबई में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां 25 वर्षीय एयर इंडिया की पायलट सृष्टि तुली की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने उसके साथी आदित्य पंडित को हिरासत में लिया है। सृष्टि तुली को उनके मरोल स्थित अपार्टमेंट में मृत पाया गया और शुरुआती जांच में उनके साथ रहने वाले आदित्य पंडित के खिलाफ उत्पीड़न और दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप सामने आए हैं।
दिल्ली में मिले और मुंबई में साथ रह रहे
सृष्टि और आदित्य दो साल पहले दिल्ली में मिले थे और तभी से दोनों मुंबई में एक साथ रह रहे थे। पुलिस के अनुसार उनके रिश्ते में अक्सर तूफानी झगड़े होते थे। जिनमें पंडित द्वारा तुली को ताना मारने और परेशान करने की घटनाएं शामिल थी।
पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया है कि पंडित ने तुली को मांसाहारी भोजन खाने से रोकने और सार्वजनिक रूप से अपमानित करने जैसे व्यवहार प्रदर्शित किए। यह व्यवहार कथित तौर पर तुली के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाल रहा था।
पुलिस कार्रवाई और हिरासत
तुली के चाचा द्वारा औपचारिक शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। उन्होंने पंडित पर भारतीय दंड संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया। अदालत में पेशी के बाद पंडित को चार दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस जांच में यह भी पता चला कि आदित्य ने तुली की सहमति के बिना उसके खाते से पैसे निकाले थे। तुली ने इसे लेकर अपने आपसी मतभेद जाहिर किए थे। जब यह घटना सामने आई तो आदित्य दिल्ली की यात्रा पर था। उसने मुंबई लौटने पर उसने एक दोस्त के साथ तुली को मृत अवस्था में पाया।
मानसिक उत्पीड़न की बात आई सामने
पुलिस के अनुसार आदित्य द्वारा बार-बार किए गए मानसिक उत्पीड़न ने सृष्टि को गहरी पीड़ा में डाल दिया था। एक घटना में मांसाहारी भोजन खाने की इच्छा के कारण पंडित ने सृष्टि को सार्वजनिक रूप से अपमानित किया था। इस घटना ने भारत में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और आत्महत्या रोकथाम के लिए प्रभावी हस्तक्षेप की आवश्यकता पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित किया है।
परिवार की जांच और न्याय की मांग
सृष्टि तुली का गोरखपुर स्थित परिवार इस दुखद घटना से गमगीन है और मामले की गहन जांच की मांग कर रहा है। परिवार ने आदित्य पंडित पर सृष्टि की मौत के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया है और न्याय के लिए आवाज उठाई है।
मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा और समाधान
यह घटना न केवल अपमानजनक रिश्तों के खतरनाक प्रभाव को उजागर करती है। बल्कि मानसिक स्वास्थ्य सहायता और जागरूकता की आवश्यकता पर भी जोर देती है। आत्महत्या रोकने के लिए उपलब्ध हेल्पलाइन जैसे दिल्ली स्थित सुमैत्री और चेन्नई की स्नेहा फाउंडेशन, संकटग्रस्त व्यक्तियों को सहायता प्रदान करती हैं।
समाज के लिए संदेश
सृष्टि तुली की मौत ने न केवल उनके परिवार को शोक में डाला है। बल्कि यह घटना मानसिक स्वास्थ्य, रिश्तों में सम्मान और जागरूकता के महत्व की आवश्यकता को रेखांकित करती है। यह मामला एक बार फिर यह याद दिलाता है कि मानसिक और भावनात्मक हिंसा के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।