Chinmay Krishna Das arrest : इस्कॉन बांग्लादेश के पुजारी चिन्मय कृष्णदास प्रभु (Chinmay Krishna Das arrest)को ढाका पुलिस की ओर से हिरासत में लेने पर भारत के धर्म गुरु आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्री श्री रविशंकर ( Sri Sri Ravishankar) ने कहा, “एक पड़ोसी देश के प्रधानमंत्री के लिए एक आध्यात्मिक नेता को गिरफ्तार करना बहुत अशोभनीय है। उन्होंने बांग्लादेश से कहा कि वे हथियार नहीं ले रहे हैं, वे बंदूक नहीं ले रहे हैं, बल्कि वे तो बस अपने लोगों की देखभाल कर रहे हैं, वह सिर्फ अधिकारों के लिए खड़े हैं और चाहते हैं कि बांग्लादेश सरकार वहां अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों (Atrocities on minorities)को सुने।
#WATCH | On the detention of ISKCON Bangladesh priest Chinmoy Krishna Das by Dhaka police, Sri Sri Ravishankar says, "It is unbecoming of a Prime Minister of a neighbouring country to arrest a spiritual leader. He is not taking weapons, he is not taking guns, he is caring for his… pic.twitter.com/vXvjydC7B4
— ANI (@ANI) November 26, 2024
ऐसी कार्रवाई की उम्मीद नहीं करेंगे
श्री श्री रविशंकर ने कहा कि धार्मिक पुजारियों को गिरफ्तार करने से उनका या लोगों का या देश का कोई भला नहीं होने वाला है बांग्लादेश के हम प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस से बहुत अधिक उम्मीद करते हैं, जिन्हें लोगों में शांति और सुरक्षा लाने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार मिला है और इसीलिए उन्हें वहां प्रधानमंत्री बनाया गया है, हम उनसे ऐसी कार्रवाई की उम्मीद नहीं करेंगे जो आगे बढ़े समुदायों के बीच और अधिक तनाव और भय पैदा करे।
अपने अल्पसंख्यकों का ख्याल रखें
उन्होंने कहा, हम बांग्लादेश सरकार से अनुरोध करते हैं कि कृपया अपने अल्पसंख्यकों का ख्याल रखें और अपने देश और इसकी छवि को नुकसान पहुंचाने वाले कट्टरपंथी तत्वों को नियंत्रित करें। श्री श्री रविशंकर ने कहा कि बांग्लादेश एक बहुत ही उदार और प्रगतिशील देश के रूप में जाना जाता रहा है। क्या आप देश को पीछे ले जाना चाहते हैं? यह बहुत ही खेदजनक स्थिति है, मुझे उम्मीद है कि भारत सरकार भी दबाव डालेगी और मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान करता हूं कि इसे वैसे नहीं चलने दिया जाए जैसे यह चल रहा है और अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करने और लोगों को वहां सुरक्षित बनाने के लिए दबाव डाला जाए।’