केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को बताया कि सीआईएसएफ की महिला बटालियन एयरपोर्ट और मेट्रो स्टेशन जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेगी। इसके साथ ही वे कमांडो के तौर पर वीआईपी को भी सुरक्षा प्रदान करेंगी।
सीाईएसएफ की पहली महिला बटालियन को केंद्र सरकार ने सोमवार को इसकी मंजूरी दे दी। इस बटालियन में एक हजार से अधिक महिला कर्मी शामिल हैं।
अमित शाह ने कहा, “राष्ट्र के निर्माण के हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए पीएम मोदी एक मजबूत कदम उठाया। मोदी सरकार ने सीआईएसएफ की पहली पूर्ण महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दे दी है।” सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने कहा, “महिला बटालियन अब देश के महतिवपूर्ण ढांचों एयरपोर्ट और मेट्रो रेल की रक्षा करने और कमांडो के तौर पर वीआईपी सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी उठाएंगी।” गृह मंत्री ने कहा कि यह निर्णय निश्चित रूप से राष्ट्र की रक्षा के महत्वपूर्ण कार्य में शामिल होने के लिए अधिक महिलाओं की इच्छा को पूरा करेगा।
बता दें कि सीआईएसएफ में महिला कर्मियों की संख्या सात प्रतिशत से अधिक है। सीआईएसएफ भारत में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है। इसकी स्थापना 1969 में की गई थी। इसे महत्वपूर्ण सरकारी और औद्योगिक भवनों की सुरक्षा का काम सौंपा गया है।