महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए अब एक हफ्ते से भी कम समय बचा है. राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक रहे हैं. महाराष्ट्र के चुनावी रण में बीजेपी भी पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ रही है.
राज्य में प्रचार के लिए पार्टी ने दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों भी सक्रिय हैं. इसी क्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी राज्य में चुनाव प्रचार कर रहे हैं.
चुनाव प्रचार के दौरान, एनसीपी के वरिष्ठ नेता शरद पवार पर निशाना साधते हुए सैनी ने कहा कि वह बहुत वरिष्ठ नेता हैं और लंबे समय तक राजनीति में सक्रिय रहे हैं. कांग्रेस ने ही उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया था और अब महाराष्ट्र के लोग भी उन पर विश्वास नहीं कर रहे हैं. हरियाणा में भी शरद पवार और उनकी पार्टी के नेता कहते थे कि कांग्रेस की सरकार बन रही है, लेकिन हरियाणा के लोगों ने इनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया. अब महाराष्ट्र में भी यही स्थिति होगी.
कांग्रेस ने समाज को बांटा
सैनी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि डराने और धमकाने का काम कांग्रेस करती है. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस के प्रधानमंत्री कहते थे कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुस्लिमों और अल्पसंख्यकों का है. यह समाज को बांटने का प्रयास नहीं था तो क्या था?
एक हैं तो सेफ हैं का मतलब विकास से
प्रधानमंत्री के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ वाले बयान का समर्थन करते हुए सैनी ने कहा कि पीएम के इस कथन का मतलब यह था कि कांग्रेस के समय में भ्रष्टाचार होता था और जनता विकास से वंचित रह जाती थी. पीएम का कहना था कि यदि हम एक रहेंगे, तो विकास की गति तेज होगी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी. प्रधानमंत्री की प्रशंसा करते हुए सैनी ने कहा कि वह कहते हैं कि देश के संसाधनों पर पहला हक देश के गरीबों का है. वह किसी की जाति या धर्म नहीं देखते.
यदि प्रधानमंत्री आवास योजना चलती है, तो इसका लाभ हिंदू और मुस्लिम दोनों को मिलता है. आयुष्मान योजना का लाभ भी हिंदू और मुस्लिम दोनों को मिलता है. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर बांटा जाता है, तो वह भी हिंदू और मुस्लिम दोनों को मिलता है, इसमें कोई भेदभाव नहीं होता.
महाराष्ट्र में हरियाणा रिपीट हो रहा
महाराष्ट्र में बीजेपी की जीत का दावा करते हुए सैनी ने कहा कि महाराष्ट्र में भी हरियाणा रिपीट हो रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष के बयान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग नाना पटोले साहब ने किया, वह उनकी हार की बौखलाहट को दर्शाता है. कांग्रेस और इंडी गठबंधन इस बार बहुत बुरी तरह हार रहा है, जबकि एनडीए एक बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है.