पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) क्रिकेट की वैश्विक संस्था आईसीसी से चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी को लेकर स्पष्टीकरण मांगेगा। आईसीसी ने हाल ही में पीसीबी को इस बात की सूचना दी थी कि भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी।
आईसीसी ने हालांकि हाइब्रिड मॉडल के प्रस्ताव को लेकर कुछ नहीं कहा था।
भारत ने टीम भेजने से किया था इनकार
आईसीसी ने पीसीबी को बताया था कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अगले साल होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान में अपनी टीम नहीं भेजेगा। न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से पीसीबी के एक सूत्र ने कहा, ‘अब तक चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हाइब्रिड मॉडल के तर्ज पर कराने की कोई चर्चा नहीं चली है।’ मालूम हो कि ऐसी खबरें है कि बीसीसीआई आईसीसी से चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हाइब्रिड मॉडल के तहत कराने की मांग कर सकता है जिसमें भारत के मुकाबले यूएई या श्रीलंका में कराए जा सकते हैं।
हाइब्रिड मॉडल की मांग कर सकता है बीसीसीआई
पिछले साल एशिया कप का आयोजन भी हाइब्रिड मॉडल के तहत हुआ था और भारत ने फाइनल सहित अपने सभी मुकाबले श्रीलंका में खेले थे, जबकि अन्य टीमों के मैच पाकिस्तान में हुए थे। ऐसी चर्चा है कि दुबई शहर चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के मुकाबलों की मेजबानी कर सकता है। चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन अगले साल फरवरी में होना है।
सूत्र ने कहा, कानूनी विभाग की ओर से आईसीसी को एक ई-मेल भेजा जाएगा जिसमें भारत के निर्णय को लेकर क्रिकेट की वैश्विक संस्था से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। फिलहाल पीसीबी द्वारा पूरी स्थिति का आकलन किया जा रहा है। अगले कदम को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। हां, जरूरत पड़ने पर सलाह और निर्देश के लिए पीसीबी सरकार के साथ संपर्क में रहेगी।
सरकार से दिशानिर्देश का इंतजार कर रहा पीसीबी
सूत्र ने कहा कि पीसीबी भारत के संबंध में सरकार से नीतिगत दिशानिर्देशों का इंतजार कर रहा है, जिसका हवाला देकर भारत के भाग लेने से इनकार करने के बारे में आईसीसी से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि अगर पाकिस्तान सरकार भारत के साथ क्रिकेट संबंधों पर सख्त कदम उठाने का फैसला करती है तो आईसीसी के लिए कानूनी निहितार्थ हो सकते हैं।
भारत ने 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान की यात्रा नहीं की है। दोनों टीमों के बीच लंबे समय से द्विपक्षीय सीरीज भी नहीं खेली जा रही है। भारत और पाकिस्तान की टीमें सिर्फ आईसीसी या एशिया कप जैसे बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में ही एक दूसरे के खिलाफ खेलते हैं।