पंजाब में विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासत गरमा गई है. सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुट गई हैं. उपचुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा अगर किसी सीट की हो रही है तो वो गिद्दड़बाहा सीट है.
यहां त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. इस सीट पर कांग्रेस ने लुधियाना से सांसद और पंजाब अध्यक्ष राजा वारिंग की पत्नी अमृता वारिंग, आम आदमी पार्टी ने डिंपी ढिल्लों और बीजेपी ने पूर्व मंत्री मनप्रीत सिंह बादल को अपना उम्मीदवार बनाया है.
चुनाव प्रचार के दौरान मनप्रीत सिंह बादल ने ऐसा बयान दिया है जिसने पंजाब को फिर से किसान आंदोलन की याद दिला दी है. एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में बीजेपी प्रत्याशी मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि जब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले थे तो उन्होंने सिर झुकाकर कहा कि वह पंजाब को सिर पर रखते हैं. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने इसका वीडियो भी शेयर किया है.
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‘किसानों पर गोली नहीं चलाने का दिया था आदेश’
मनप्रीत सिंह बादल ने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए आगे कहा कि जब किसानों ने लाल किले पर तिरंगा उतार दिया और निशान साहिब फहरा दिया. तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया था और कहा कि देखते ही गोली न चलाएं क्योंकि तिरंगे और निशान साहिब में कोई अंतर नहीं है.
उन्होंने आगे दावा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह से कहा कि निशान साहिब भी हमारा है. गोली चल जाएगी तो मेरे माथे पर कलंक लग जाएगा. इसलिए लाल किले पर चढ़ने वाले किसानों पर गोली नहीं चलनी चाहिए.
पंजाबियों ने कांग्रेस को माफ कर दिया
मनप्रीत बादल ने दावा किया कि प्रधानमंत्री ने उन्हें बताया कि कांग्रेस ने दरबार साहिब पर टैंक रखवाए थे, लेकिन पंजाब के लोगों ने उन्हें माफ कर दिया. हमने कुछ नहीं किया, हमें नहीं पता कि पंजाबी हमारे बारे में क्या कह रहे हैं?’ 2-2 साल के बच्चों के हाथ में जूते थमाकर मेरे पोस्टर पिटवाए जाते हैं.