Deputy CM Rajendra Shukla Instructions: उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने जिला चिकित्सालय रीवा के सभागार में अस्पताल की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला अस्पताल में उपचार की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
नए ओपीडी भवन का निर्माण पूरा होने के बाद सुविधाओं में और बढ़ोतरी होगी। अस्पताल की सुविधाओं का पूरा उपयोग करके श्रेष्ठ उपचार का केन्द्र बनाएं। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी तथा सिविल सर्जन शासन के निर्देशों के अनुरूप 70 साल से ज्यादा आयु के सभी लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाएं। इससे बुजुर्ग मरीजों को हर साल पांच लाख रुपए के उपचार की सुविधा मिलेगी।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जिले में दो चरणों में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए गए। इनमें चिन्हित गंभीर रोगियों के उपचार का लगातार फालोअप करें। हर एक चिन्हित रोगी को उपचार की पूरी सुविधा दें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के तहत दिल की बीमारी से पीड़ित बच्चों का चिन्हांकन करने के लिए जिले में अभियान चलाएं।
ऑपरेशन योग्य बच्चों को राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत ऑपरेशन की मुफ्त सुविधा दी जा रही है। उप मुख्यमंत्री ने कॉमिकेबल डिजीज के कंट्रोल तथा सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों की उपचार सुविधाएं बेहतर करने के भी निर्देश दिए।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर्स सहित चिकित्सा-कर्मियों के पद बड़ी संख्या में भरे जा रहे हैं। हर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (Community Health Centre) में एक्सपर्ट डॉक्टर्स की तैनाती की जाएगी। नए अस्पतालों में डॉक्टर्स और स्टाफ नर्स के पदों की पूर्ति सुनिश्चित करें।
उप मुख्यमंत्री ने किया ओपीडी भवन का निरीक्षण
उप मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद जिला अस्पताल परिसर में अंडर कंस्ट्रक्शन नए ओपीडी भवन का निरीक्षण किया। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण कार्य तय समय-सीमा में पूरा करें, जिससे आमजन को समय पर उपचार सुविधाओं का लाभ दिया जा सके। सिविल सर्जन निर्माण कार्यों की प्रगति की रेगुलर रूप से रिपोर्ट पेश करें।
सभी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर भी अपने क्षेत्र में अंडर कंस्ट्रक्शन स्वास्थ्य संस्था के भवनों की प्रगति की नियमित जानकारी दें। लापरवाही करने वाली निर्माण एजेंसी के विरूद्ध कार्रवाई करें। इस अवसर पर नगर निगम अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय, कलेक्टर प्रतिभा पाल, मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजीव शुक्ला, सिविल सर्जन डॉ. एमएल गुप्ता, डॉ. बीके अग्निहोत्री, कार्यपालन यंत्री अनामिका सिंह, कार्यपालन यंत्री हाउसिंग बोर्ड अनुज प्रताप सिंह, निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि, सभी मेडिकल ऑफिसर तथा बीएमओ मौजूद रहे।